joharcg.com पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए दुर्लभ प्रजाति के 528 कछुओं को बरामद किया है और इस तस्करी में शामिल मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है। यह कछुए भारत में संकटग्रस्त प्रजातियों में शामिल हैं और इनकी तस्करी से पर्यावरण और जैव विविधता को गंभीर खतरा होता है।
यह कार्रवाई हाल ही में उस समय की गई, जब पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली कि कुछ तस्कर दुर्लभ कछुओं को अवैध रूप से ट्रांसपोर्ट कर रहे हैं। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए तस्करों को धर दबोचा और कछुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
बरामद कछुए ज्यादातर इंडो-गंगेटिक कछुआ और सॉफ्टशेल कछुआ जैसी प्रजातियों के थे, जो संकटग्रस्त और लुप्तप्राय प्रजातियों में आते हैं। ये कछुए सामान्यतः दक्षिण भारत और पूर्वी भारत के जल स्रोतों में पाए जाते हैं और इनके संरक्षण की दिशा में कई प्रयास किए जा रहे हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कछुओं को तस्करी के माध्यम से अन्य राज्यों में भेजने की योजना थी, जहां इनकी उच्च कीमत मिलती थी। गिरफ्तारी के बाद, तस्कर ने यह स्वीकार किया कि वह इन कछुओं को विदेशी बाजारों में बेचने की योजना बना रहा था।
तस्करी का यह नेटवर्क लंबे समय से सक्रिय था, और पुलिस ने तस्करों से कई महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल की हैं। अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में और गिरफ्तारियाँ संभव हैं, क्योंकि तस्करी के कई अन्य लिंक भी हो सकते हैं।
वहीं, वन्यजीव संरक्षण संगठनों ने इस गिरफ्तारी को एक बड़ी सफलता करार दिया है। उनका कहना है कि कछुए जैविक विविधता का अहम हिस्सा हैं, और उनकी तस्करी से न केवल प्रजातियों के अस्तित्व पर खतरा मंडराता है, बल्कि पर्यावरण भी प्रभावित होता है।
इस मामले में पुलिस और वन्यजीव संरक्षण विभाग की संयुक्त कार्रवाई से तस्करी के नेटवर्क को तोड़ा गया है, और इस घटना से तस्करी के खिलाफ सख्त संदेश भी गया है। सरकार और वन्यजीव संगठन इस तरह के मामलों की निगरानी और नियंत्रण में लगातार कार्यरत हैं, ताकि संकटग्रस्त प्रजातियों का संरक्षण किया जा सके।
अब कछुओं को प्राकृतिक आवास में छोड़ने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी, ताकि वे अपने प्राकृतिक जीवनचक्र में वापस लौट सकें।
लखनऊ। इटावा जिले के चौविया क्षेत्र में तस्करी करके बांग्लादेश ले जाए जा रहे दुर्लभ प्रजाति के 500 से ज्यादा कछुए बरामद होने के बाद एक तस्कर को गिरफ्तार कर लिया गया। प्रभागीय वन अधिकारी अतुल कांत शुक्ला ने रविवार को बताया कि वन विभाग और वन्य जीव अपराध नियंत्रण दल की संयुक्त टीम ने सूचना मिलने पर चार-पांच जनवरी की दरम्यानी रात करीब तीन बजे चौविया थाना क्षेत्र के इटावा-बरेली राजमार्ग पर कर्री पुलिया पर एक ट्रक को रोककर उसकी तलाशी ली।
उन्होंने बताया कि तलाशी के दौरान ट्रक में बिजली के सामान के बीच छुपाकर रखी गयी 16 बोरियों में भरेसुंदरी प्रजाति के528 दुर्लभ कछुए बरामद किये गये। संयुक्त टीम ने ट्रक पर सवार तस्कर गिरेन्द्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया। शुक्ला ने बताया कि पकड़े गये अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि वह बरामद कछुओं को दिल्ली से पश्चिम बंगाल के रास्ते बांग्लादेश ले जा रहा था, जहां इन कछुओं की खासी मांग है। उन्होंने बताया कि अभियुक्त से गहन पूछताछ की जा रही है।