Chote Maa Bamleshwari
Chote Maa Bamleshwari दो हजार साल पुराना है इस मंदिर का इतिहास, दर्शन मात्र से पूरी होती है मनोकामना
छत्तीसगढ़ राज्य की सबसे ऊंची चोटी पर विराजित डोंगरगढ़ की मां बम्लेश्वरी का इतिहास काफी पुराना है। मां बम्लेश्वरी देवी के मंदिर में हर साल नवरात्रि के मौके पर बड़ा मेला लगता है। और यहा माँता के दो मंदिर है नीचे छोटी बम्लेश्वरी का मंदिर और दूसरा पहाड़ी के ऊपर बड़ी बमलई का मंदिर विराजित है
पहाड़ी पर स्थित मां को बड़ी बम्लेश्वरी देवी के रूप में जाना जाता है जबकि छोटी बम्लेश्वरी देवी मंदिर पहाड़ी से लगभग 300 मीटर की दूरी पर स्थित है।
डोंगरगढ़ में मां बम्लेश्वरी के दो मंदिर हैं। एक मंदिर पहाड़ी के नीचे है और दूसरा पहाड़ी के ऊपर। पहाड़ी के ऊपर के मंदिर को बड़ी बमलई का मंदिर और पहाड़ी के नीचे के मंदिर को छोटी बमलई का मंदिर कहा जाता है।
कैसे पहुंचें:
वायूयान द्वारा
निकटतम हवाई अड्डा स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डा, नया रायपुर है जो की राजनांदगांव जिला मुख्यालय से मात्र 72 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है । स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डा, नया रायपुर में उतरकर रेल मार्ग से सीधे डोंगरगढ़ जा सकते है । साथ ही सड़क मार्ग से जाने के लिए राष्ट्रीय राज्य मार्ग क्रमांक 6 का उपयोग कर डोंगरगढ़ पंहुचा जा सकता है ।
ट्रेन द्वारा
विभिन्न प्रकार की सुपर फ़ास्ट , एक्सप्रेस एवं लोकल रेल गाड़ी डोंगरगढ़ जाने के लिए हर घंटे मौजूद है ।
सड़क के द्वारा
सड़क मार्ग से जाने के लिए राष्ट्रीय राज्य मार्ग क्रमांक 6 का उपयोग कर डोंगरगढ़ पंहुचा जा सकता है । इसके अलावा कई गांवों के रास्तों से भी डोंगरगढ़ पंहुचा जा सकता है ।