राम-वन-गमन पथ

joharcg.com मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज रायपुर स्थित अपने निवास परिसर से निजी एफएम रेडियो चैनल की पहल ‘राम पथ से राम वन‘ का शुभारंभ किया और इसमें शामिल दो वाहनों को सुकमा जिले के रामाराम और कोरिया जिले के सीतामढ़ी-हरचौका के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ‘राम पथ से राम वन‘ के माध्यम से भगवान राम की छत्तीसगढ़ यात्रा में शामिल प्रमुख स्थानों की मिट्टी एकत्रित कर इसके अंतिम पड़ाव माता कौशल्या धाम चंदखुरी में वृक्षारोपण किया जाएगा। साथ ही इस यात्रा के दौरान एफएम चैनल द्वारा भगवान श्रीराम की छत्तीसगढ़ यात्रा से जुड़ी कहानियों और मान्यताओं को भी आमजनों के साथ साझा किया जाएगा।

निजी एफएम रेडियो चैनल की पहल की मुख्यमंत्री ने की प्रशंसा मुख्यमंत्री ने कहा कि भांचा राम के सुन्दर स्मृतियों को सहेजने जुट रहे हजारों हाथ मुख्यमंत्री ने ‘राम पथ से राम वन‘ का किया शुभारंभ सुकमा के रामाराम और कोरिया के सीतामढ़ी-हरचौका के लिए वाहनों को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
           
    मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस अवसर पर रामपथ से रामवन मुहिम से जुड़े सभी लोगों को शुभकामनाएं दी और इस पहल की सराहाना भी की। उन्होंने कहा कि भगवान राम हम सबके है और छत्तीसगढ़ उनका ननिहाल है। मुख्यमंत्री ने कहा हम भाग्यशाली है कि हमें राम-वन-गमन पथ को विकसित करने का अवसर मिला और 09 प्रमुख स्थानों पर निर्माण कार्य जारी है। शासन की इस पहल से हजारों लोग और संस्थाएं स्वस्फूर्त जुड़ते जा रहे है, यह बहुत अच्छी बात है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की माटी में भगवान राम बसते है और इस पवित्र मिट्टी को लाकर वृक्षारोपण का पुनीत कार्य किया जाएगा। यह वृक्ष भगवान राम के यात्रा की स्मृति का प्रतीक होगा।

छत्तीसगढ़ के चंदखुरी में एक विशेष कार्यक्रम के तहत राम-वन-गमन पथ की पवित्र माटी से पौधरोपण किया जाएगा। यह आयोजन भारतीय संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम के माध्यम से न केवल छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर को सम्मानित किया जाएगा, बल्कि पर्यावरण के प्रति जागरूकता और संवेदनशीलता भी बढ़ेगी।

राम-वन-गमन पथ वह ऐतिहासिक मार्ग है, जिस पर भगवान राम ने अपने वनवास के दौरान यात्रा की थी। यह मार्ग भारतीय संस्कृति में अत्यधिक महत्वपूर्ण है और इसे धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से पवित्र माना जाता है। इस पवित्र माटी को चंदखुरी लाकर, इसे एक नए रूप में सम्मानित किया जाएगा।

  1. धार्मिक महत्व: राम-वन-गमन पथ की माटी को चंदखुरी में लाना धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। यह आयोजन भगवान राम की यात्रा और उनके जीवन की महत्ता को याद करने का एक तरीका है।
  2. संस्कृतिक सम्मान: इस पवित्र माटी को चंदखुरी में लाकर, छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक परंपराओं का सम्मान किया जाएगा।

पौधरोपण का यह कार्यक्रम पर्यावरण संरक्षण और हरियाली बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। चंदखुरी में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम के अंतर्गत, पवित्र माटी से पौधे लगाए जाएंगे, जो न केवल पर्यावरण को बेहतर बनाएंगे बल्कि स्थानीय समुदाय को भी हरियाली के महत्व के प्रति जागरूक करेंगे।

  1. पर्यावरण संरक्षण: पौधरोपण के माध्यम से क्षेत्र में हरियाली बढ़ेगी और पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी। यह आयोजन स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को समर्थन देगा और जलवायु परिवर्तन के खिलाफ एक सकारात्मक कदम होगा।
  2. सामुदायिक जागरूकता: पौधरोपण कार्यक्रम के दौरान स्थानीय निवासियों को पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक किया जाएगा। इस प्रकार के आयोजनों से समुदाय में हरियाली और स्वच्छता के प्रति संवेदनशीलता बढ़ेगी।

इस विशेष कार्यक्रम की तैयारी जोरों पर है। स्थानीय प्रशासन, धार्मिक संगठनों, और पर्यावरणीय संगठनों द्वारा मिलकर इस आयोजन की योजना बनाई गई है। पौधरोपण के लिए आवश्यक पौधों की तैयारी, आयोजन स्थल की सजावट, और सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

चंदखुरी के स्थानीय निवासियों और धार्मिक नेताओं ने इस आयोजन की सराहना की है। उन्होंने इसे छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को जीवित रखने का एक महत्वपूर्ण प्रयास बताया है। साथ ही, उन्होंने पौधरोपण कार्यक्रम को पर्यावरण संरक्षण के लिए एक सकारात्मक कदम माना है।

राम-वन-गमन पथ की पवित्र माटी से चंदखुरी में पौधरोपण का यह आयोजन न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह पर्यावरणीय दृष्टि से भी अत्यंत लाभकारी होगा। इस प्रकार के आयोजनों से हमें हमारी सांस्कृतिक धरोहर और पर्यावरण की रक्षा के लिए प्रेरणा मिलती है। Bhupesh Baghel Archives – JoharCG