Joharcg.com जिले में 25 नवम्बर से चल रहे राज्यस्तरीय शालेय खेलकूद प्रतियोगिता का 28 नवंबर को समापन हुई। तैराकी, वाटर पोलो और योग की प्रतियोगिताओं में रायपुर को ऑवरऑल चैम्पियनशिप मिली। लालबाग में आयोजित समापन समारोह में महापौर सफीरा साहू ने खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। इस अवसर पर उन्होंने सभी खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा कि विजेता खिलाड़ियों के लिए यह उत्साह का समय है, किन्तु हारने वाले खिलाड़ियों को भी किसी भी प्रकार से निराश होने की आवश्यकता नहीं है । उन्होंने हारने वाले खिलाड़ियों को अपनी कमियों को दूर करने के लिए नए संकल्प के साथ पुनः मैदान में पहुंचने की अपील की। कार्यक्रम में नगर निगम आयुक्त प्रेम पटेल, अनुविभागीय दंडाधिकारी दिनेश नाग, जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान, खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सहायक संचालक राजेन्द्र डेकाटे, जिला मिशन समन्वयक अशोक पांडे सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी कर्मचारी और प्रतिभागी खिलाड़ी उपस्थित थे। समापन समारोह में जय कृश्टा कॉन्वेंट स्कूल पाहुरबेल की बैंड धुन पर प्रतिभागी खिलाड़ियों ने मार्चपास्ट किया।

माता रुक्मणी शिक्षण संस्थान, शासकीय उच्चतर माध्यमिक कन्या विद्यालय बकावंड और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की छात्राओं ने आकर्षक लोकनृत्य प्रस्तुत किये । अतिथियों ने विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया गया। तैराकी 14 वर्ष बालक वर्ग में बिलासपुर ने प्रथम, दुर्ग ने द्वितीय, तैराकी 14 वर्ष बालिका वर्ग में दुर्ग ने प्रथम, रायपुर ने द्वितीय, तैराकी 17 वर्ष बालक वर्ग में बिलासपुर ने प्रथम, दुर्ग ने द्वितीय, तैराकी 17 वर्ष बालिका वर्ग में बिलासपुर ने प्रथम, दुर्ग ने द्वितीय, तैराकी 19 वर्ष बालक वर्ग में दुर्ग ने प्रथम, बिलासपुर ने द्वितीय, तैराकी 19 वर्ष बालिका वर्ग में दुर्ग ने प्रथम, रायपुर ने द्वितीय, वाटर पोलो 19 वर्ष बालक वर्ग में बिलासपुर ने प्रथम, बस्तर ने द्वितीय, योग 14 वर्ष बालक वर्ग में रायपुर ने प्रथम और दुर्ग ने द्वितीय योग 14 वर्ष बालिका वर्ग में रायपुर ने प्रथम और दुर्ग ने द्वितीय, योग 17 वर्ष बालक वर्ग में रायपुर ने प्रथम और दुर्ग ने द्वितीय योग 17 वर्ष बालिका वर्ग में रायपुर ने प्रथम और दुर्ग ने द्वितीय, योग 19 वर्ष बालक वर्ग में रायपुर ने प्रथम और दुर्ग ने द्वितीय योग 19 वर्ष बालिका वर्ग में रायपुर ने प्रथम और दुर्ग ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। अनुशासन के लिए सरगुजा और मार्चपास्ट के लिए बस्तर को पुरस्कृत किया गया।