(Jagannath Mandir Turi Hatri) जगन्नाथ मंदिर, टुरी हटरी, रायपुर छत्तीसगढ़ का एक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है, जो लगभग 500 साल पुराना माना जाता है। यह मंदिर पुरानी बस्ती क्षेत्र में स्थित है और इसे स्थानीय लोगों के बीच विशेष धार्मिक महत्व प्राप्त है।
मंदिर का इतिहास
जगन्नाथ मंदिर का निर्माण लगभग 500 वर्ष पूर्व हुआ था, और यह ओडिशा के पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर की परंपराओं से प्रभावित है। यहाँ भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्राजी की मूर्तियाँ स्थापित हैं। यह मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर का भी प्रतीक है।
रथ यात्रा
मंदिर में हर वर्ष धूमधाम से रथ यात्रा का आयोजन किया जाता है, जो स्थानीय लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण पर्व है। इस रथ यात्रा में हजारों श्रद्धालु भाग लेते हैं। रथ यात्रा का समय ओडिशा के पुरी में होने वाली रथ यात्रा के साथ मेल खाता है, जिससे यह धार्मिक और सांस्कृतिक संबंध को दर्शाता है। रथ यात्रा के दौरान, भगवान जगन्नाथ को रथ पर विराजित कर गुंडिचा मंदिर ले जाया जाता है।
सांस्कृतिक महत्व
जगन्नाथ मंदिर का सांस्कृतिक महत्व भी है, क्योंकि यहाँ पर विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। मंदिर में होने वाले उत्सवों में स्थानीय लोग बड़े उत्साह के साथ भाग लेते हैं, जिससे क्षेत्र की एकता और संस्कृति को बढ़ावा मिलता है।
संरक्षण और देखरेख
मंदिर की देखरेख एक पुजारी परिवार द्वारा की जाती है, जो कई पीढ़ियों से यहाँ सेवा कर रहा है। मंदिर के महंत, रामसुंदरदास, इस स्थान की धार्मिकता और परंपराओं को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
निष्कर्ष
जगन्नाथ मंदिर, टुरी हटरी, रायपुर छत्तीसगढ़ का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है जो न केवल स्थानीय लोगों की आस्था का केंद्र है, बल्कि यह क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर का भी प्रतीक है। यहाँ की रथ यात्रा और अन्य धार्मिक गतिविधियाँ इसे एक अद्वितीय स्थान बनाती हैं। यदि आप रायपुर में हैं, तो इस ऐतिहासिक मंदिर का दौरा करना न भूलें, जहाँ आपको छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति और धार्मिकता का अनुभव होगा।