joharcg.com मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने फूले अंबेडकर विचारधारा के प्रकाश स्तम्भ, वरिष्ठ साहित्यकार, विचारक एवं समता परिषद के उपाध्यक्ष प्रो. हरि नरके जी के निधन पर गहरा दुःख प्रकट करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दी है। मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिवारजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए ईश्वर से दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करने कीे प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा है कि नरके जी पचास से अधिक किताबों के लेखक एवं सम्पादक थे एवं वर्तमान में पुणे में भंडारकर ओरिएंटल रिसर्च इंस्टीट्यूट के उपाध्यक्ष थे, उनका जाना एक अपूरणीय सामाजिक क्षति है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रोफेसर हरि नरके के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। प्रोफेसर नरके, जो शिक्षा और समाजसेवा के क्षेत्र में एक प्रमुख नाम थे, का निधन छत्तीसगढ़ के लिए एक बड़ा क्षति है। मुख्यमंत्री बघेल ने अपने शोक संदेश में प्रोफेसर नरके के योगदान और उनकी सेवा को सम्मानित किया है।
प्रोफेसर हरि नरके का जीवन शिक्षा और समाजसेवा में समर्पित रहा। उन्होंने अपने ज्ञान और अनुभव से न केवल विद्यार्थियों को शिक्षा दी, बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों के लिए भी महत्वपूर्ण कार्य किए। उनकी शिक्षण विधियों और समाज सेवा के प्रयासों ने कई लोगों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाया।
- शैक्षिक योगदान: प्रोफेसर नरके ने शिक्षा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण योगदान किए। उनकी शिक्षा नीति और शिक्षण विधियों ने विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान की और उन्हें भविष्य के लिए तैयार किया।
- समाजसेवा: प्रोफेसर नरके ने समाज के विभिन्न क्षेत्रों में भी सक्रिय भागीदारी की। उन्होंने सामाजिक मुद्दों पर काम किया और समाज के कमजोर वर्गों के लिए कई कार्यक्रम चलाए।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रोफेसर हरि नरके के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि, “प्रोफेसर हरि नरके का निधन हमारे समाज और शिक्षा क्षेत्र के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनके द्वारा किए गए कार्य और उनका समर्पण हमेशा याद रहेगा। मैं इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ हूं और उन्हें मेरी गहरी संवेदनाएँ हैं।”
प्रोफेसर नरके के निधन की खबर से स्थानीय समुदाय में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके विद्यार्थियों, सहयोगियों, और समाज के कई लोगों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया और उनके योगदान को श्रद्धांजलि अर्पित की। उनकी शिक्षाओं और समाज सेवा के कार्यों को याद करते हुए कई लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
प्रोफेसर हरि नरके के अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है, जिसमें उनके परिवार, मित्रों, और प्रशंसा करने वालों के साथ-साथ समाज के अन्य गणमान्य व्यक्ति भी शामिल होंगे। उनके योगदान और सेवा को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्थानीय समुदाय द्वारा व्यक्त किए गए शोक और श्रद्धांजलि ने प्रोफेसर नरके की विरासत को सम्मानित किया है और उनके द्वारा किए गए कार्यों को सम्मान प्रदान किया है।