joharcg.com शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए राजभवन में शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में राज्यपाल ने शिक्षकों का विशेष रूप से सम्मान किया और उनके अमूल्य योगदान की सराहना की। यह समारोह शिक्षकों के समर्पण और उनके द्वारा समाज में किए गए योगदान को मान्यता देने का एक महत्वपूर्ण अवसर था।
राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा, “शिक्षक समाज की रीढ़ हैं और उनके बिना किसी भी देश या समाज की प्रगति संभव नहीं है। शिक्षक केवल ज्ञान का ही संचार नहीं करते, बल्कि नैतिक मूल्यों और जीवन के प्रति सही दृष्टिकोण का भी निर्माण करते हैं। उनके प्रयासों से ही देश को सक्षम और शिक्षित नागरिक मिलते हैं, जो देश के विकास में अहम भूमिका निभाते हैं।”
उन्होंने शिक्षकों को “राष्ट्र निर्माता” का दर्जा देते हुए कहा कि शिक्षक बच्चों के भविष्य को आकार देते हैं और उन्हें जीवन की चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार करते हैं।
समारोह में शिक्षकों को उनके विशेष योगदान के लिए प्रशस्ति पत्र और पुरस्कार प्रदान किए गए। ये पुरस्कार शिक्षकों के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए गए अद्वितीय कार्यों और नवाचारों को ध्यान में रखते हुए दिए गए। राज्यपाल ने व्यक्तिगत रूप से प्रत्येक शिक्षक को सम्मानित किया और उनके कार्यों की सराहना की।
समारोह में राज्यपाल ने इस बात पर जोर दिया कि आज के समय में शिक्षकों की भूमिका पहले से भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो गई है। शिक्षा के क्षेत्र में तकनीकी विकास के साथ-साथ, शिक्षकों को छात्रों में नैतिक और सामाजिक मूल्यों का भी संचार करना चाहिए। इसके साथ ही, उन्हें बच्चों की मानसिक और भावनात्मक स्थिति पर भी ध्यान देना चाहिए, ताकि वे एक स्वस्थ और समृद्ध समाज का हिस्सा बन सकें।
सम्मानित शिक्षकों ने अपनी यात्रा के अनुभव साझा किए और बताया कि शिक्षा का क्षेत्र उनके लिए केवल नौकरी नहीं, बल्कि एक सेवा है। उन्होंने कहा कि बच्चों को शिक्षा प्रदान करना और उनके विकास में सहयोग करना उनके लिए गर्व की बात है। कई शिक्षकों ने बताया कि इस सम्मान से उन्हें और भी बेहतर करने की प्रेरणा मिलेगी।
यह समारोह न केवल शिक्षकों के लिए बल्कि उन सभी के लिए एक प्रेरणादायक अवसर था जो शिक्षा से जुड़े हैं। राजभवन में आयोजित इस कार्यक्रम ने शिक्षा के महत्व और शिक्षकों की भूमिका को उजागर किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने शिक्षकों को हर संभव समर्थन का आश्वासन भी दिया और शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार और सुधार की दिशा में उनके प्रयासों की सराहना की।
राजभवन में आयोजित इस शिक्षक सम्मान समारोह ने शिक्षकों के योगदान को सराहा और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। इस प्रकार के सम्मान समारोह न केवल शिक्षकों को प्रेरित करते हैं, बल्कि समाज में शिक्षा की भूमिका को भी उजागर करते हैं। शिक्षकों का सम्मान हमें यह याद दिलाता है कि एक सशक्त और शिक्षित समाज का निर्माण उनके बिना संभव नहीं है।
रायपुर । राज्यपाल रमेन डेका की उपस्थिति में 5 सितंबर को राजभवन में राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी भी उपस्थित रहे। समारोह में राज्य के विभिन्न जिलों से आए शिक्षक-शिक्षिकाओं को पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया। राज्यपाल ने शिक्षक दिवस के अवसर पर देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को नमन कर श्रद्धांजलि अर्पित की।