द्रौपदी मुर्मु

joharcg.com राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने  13 नवंबर को दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव के सिलवासा स्थित झंडा चौक में स्वामी विवेकानंद विद्या मंदिर का उद्घाटन किया और एक सार्वजनिक समारोह को संबोधित किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि दादरा और नगर हवेली तथा दमन एवं दीव के लोगों ने जिस गर्मजोशी से उनका स्वागत किया है, वह उनकी यादों में सदैव अंकित रहेगा।

उन्होंने इस स्वागत-सत्कार के लिए लोगों को धन्यवाद दिया। राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें इस स्कूल का उद्घाटन करते हुए खुशी हो रही है। उन्होंने कहा कि इस केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासन ने उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों को गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा प्रदान करने के लिए 2018 में सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज की शुरुआत की गई और थी और 2022 में निफ्ट की स्थापना की गई। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया

कि ये प्रयास यहां के युवाओं को बेहतर अवसर प्रदान करेंगे। राष्ट्रपति ने कहा कि इस क्षेत्र की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत अत्यंत समृद्ध है। इसी वजह से दादरा, नगर हवेली, दमन और दीव अच्छे पर्यटन स्थल हैं। पर्यटन सुविधाओं के विकास के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों को लेकर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि पर्यटन के विस्तार से रोजगार के नए अवसर सृजित होते हैं। उन्होंने कहा कि अलग-अलग क्षेत्रों के लोगों से मिलना हमें और उदार और संवेदनशील बनाता है।

प्रधानमंत्री जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर 15 को बिहार का दौरा करेंगे
इसके साथ, भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती वर्ष समारोह की शुरुआत हो जाएगी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस मनाने के लिए बिहार के जमुई का दौरा करेंगे। इसके साथ ही, धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती वर्ष समारोह की शुरुआत हो जाएगी। प्रधानमंत्री पूर्वाह्न करीब 11 बजे  भगवान बिरसा मुंडा के सम्मान में एक स्मारक सिक्का और डाक टिकट का अनावरण करेंगे।

वह जनजातीय समुदायों के उत्थान और क्षेत्र के ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे में सुधार के उद्देश्य से 6,640 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे। प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम-जनमन) के तहत निर्मित 11,000 आवासों के गृह प्रवेश में शामिल होंगे।

वह आदिवासी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ाने के लिए पीएम-जनमन के तहत शुरू की गई 23 मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू) और धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान (डीएजेगुआ) के तहत अतिरिक्त 30 एमएमयू का भी उद्घाटन करेंगे।
प्रधानमंत्री आदिवासी उद्यमिता को बढ़ावा देने और आजीविका सृजन में सहायता के लिए 300 वन धन विकास केंद्रों (वीडीवीके) का उद्घाटन करेंगे और आदिवासी छात्रों के लिए समर्पित लगभग 450 करोड़ रुपये की लागत वाले 10 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों का उद्घाटन करेंगे।

वह आदिवासी समुदायों के समृद्ध इतिहास और विरासत का दस्तावेजीकरण और संरक्षण किए जाने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा और जबलपुर में दो आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालयों और श्रीनगर, जम्मू कश्मीर और गंगटोक, सिक्किम में दो आदिवासी शोध संस्थानों का भी उद्घाटन करेंगे।
प्रधानमंत्री जन-जातीय क्षेत्रों में संपर्क सुधारने के लिए 500 किलोमीटर नई सड़कों और पीएम जनमन के तहत सामुदायिक केंद्रों के रूप में कार्य करने वाले 100 बहुउद्देश्यीय केंद्रों (एमपीसी) की आधारशिला रखेंगे।

वह जनजातीय बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए 1,110 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले 25 अतिरिक्त एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों की आधारशिला भी रखेंगे।
प्रधानमंत्री विभिन्न विकास परियोजनाओं को भी मंजूरी देंगे, जिनमें पीएम जनमन के तहत लगभग 500 करोड़ रुपये की लागत वाले 25,000 नए आवास और धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान

(डीएजेजीयूए) के तहत 1960 करोड़ रुपये से अधिक की लागत के 1.16 लाख आवास; पीएम जनमन के तहत 66 छात्रावास और डीएजेजीयूए के तहत 1100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत के 304 छात्रावास; पीएम जनमन के तहत 50 नए बहुउद्देश्यीय केंद्र, 55 मोबाइल मेडिकल यूनिट्सऔर 65 आंगनवाड़ी केंद्र; सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन के लिए 6 सक्षमता केंद्र (सेंटर ऑफ कॉम्पिटेंसी) और डीएजेजीयूए के तहत आश्रम स्कूलों, छात्रावासों, सरकारी आवासीय स्कूलों के उन्नयन के लिए लगभग 500 करोड़ रुपये की 330 परियोजनाएं शामिल हैं।

ट्राई ने दक्षिण एशियाई दूरसंचार विनियामक परिषद की 25वीं बैठक का आयोजन  
दक्षिण एशियाई दूरसंचार विनियामक परिषद (एसएटीआरसी-25) की 25वीं बैठक 11 से 13 नवंबर, 2024 तक नई दिल्ली में  आयोजित की गई, जिसमें पूरे दक्षिण एशिया के विनियामक,  उद्योगपति और विशेषज्ञ शामिल हुए। एशिया-प्रशांत दूरसंचार समुदाय (एपीटी) के सहयोग से भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (टीआरएआई) द्वारा आयोजित इस वर्ष की बैठक हितधारकों को अंतर्दृष्टि साझा करने, विनियमन संबंधी

चुनौतियों को संबोधित करने और एक अधिक समावेशी डिजिटल इकोसिस्टम की दिशा में मार्ग प्रशस्त करने के लिए एक मंच पर साथ लेकर आयी। तीन दिनों तक चले एसएटीआरसी -25 के कार्यक्रम में मुख्य रूप से  चर्चाएँ “विकास और समावेशिता के लिए दूरसंचार और आईसीटी विकास में तेजी लाने” के विषय पर केंद्रित थीं, जो क्षेत्र में आर्थिक और सामाजिक समृद्धि के लिए डिजिटल परिवर्तन को बढ़ावा देती हैं।
इस बैठक का उद्घाटन संचार मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया द्वारा 11 नवंबर, 2024 को संचार मंत्रालय में राज्य मंत्री डॉ. पेम्मासानी

चंद्र शेखर और ग्रामीण विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री की उपस्थिति में किया गया। एशिया-प्रशांत टेलीकम्युनिटी (एपीटी) के महासचिव मसानोरी कोंडो बैठक में तीनों दिन मौजूद रहे। एसएटीआरसी -25 ने भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण के अध्यक्ष अनिल कुमार लाहोटी को एसएटीआरसी का अध्यक्ष चुना।
एसएटीआरसी एशिया-प्रशांत टेलीकम्युनिटी (एपीटी) के तहत एक पहल है, जो दक्षिण एशिया के दूरसंचार क्षेत्र में क्षेत्रीय सहयोग और सामंजस्यपूर्ण विनियमन संबंधी प्रथाओं को बढ़ावा देती है। अफ़गानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, ईरान, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका सहित सदस्यों के साथ, एसएटीआरसी क्षेत्र में डिजिटल विभाजन को पाटने के लिए विनियमन संबंधी नवाचार, नीति संरेखण और सहकारी प्रयासों का समर्थन करके डिजिटल रूप से एक समावेशी समाज बनाने के लिए समर्पित है।