पोस्ट मैट्रिक

joharcg.com मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से विगत दिवस राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में शासकीय आदर्श पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जाति बालक छात्रावास, पेंशनबाड़ा रायपुर के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य भेंट की। इस अवसर पर कौशल विकास मंत्री श्री खुशवंत साहेब उपस्थित थे।

प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री श्री साय को संत शिरोमणि बाबा गुरु घासीदास जी की 269वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित गुरु पर्व कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने का आमंत्रण दिया।

प्रतिनिधियों ने बताया कि इस अवसर पर राजधानी रायपुर के विभिन्न छात्रावासों—कालाबाड़ी कन्या छात्रावास, शंकर नगर कन्या छात्रावास, आमापारा छात्रावास, डी.डी.यू. छात्रावास, कबीर छात्रावास, प्रयास छात्रावास, देवपुरी छात्रावास सहित अनेक छात्रावासों के छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में सहभागिता करेंगे।

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आमंत्रण को सहर्ष स्वीकार करते हुए कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने कहा कि गुरु घासीदास जी के विचार सामाजिक सद्भाव, समरसता और मानव-सेवा की प्रेरणा देते हैं। उन्होंने इस प्रकार के आयोजनों को छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास एवं मूल्य शिक्षा के लिए अत्यंत प्रेरणादायी बताया

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से बुधवार को पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जाति छात्रावासों के विद्यार्थियों और प्रबंधन से जुड़े प्रतिनिधियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की। इस बैठक का उद्देश्य छात्रावास संचालन से जुड़े मुद्दों, अधोसंरचना सुधार और विद्यार्थियों को उपलब्ध सुविधाओं को और बेहतर बनाने पर विस्तृत चर्चा करना था।

प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि छात्रावासों में अध्ययनरत विद्यार्थियों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिसके अनुरूप सुविधाओं में विस्तार की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि कई जिलों में भवनों के जीर्णोद्धार, सुरक्षा प्रबंधन, स्मार्ट शिक्षण सामग्री, स्वच्छ पेयजल और इंटरनेट कनेक्टिविटी जैसी सेवाओं को उन्नत करने की जरूरत है। प्रतिनिधियों ने यह भी सुझाव दिया कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिए विशेष कक्षाएं और पुस्तकालयों का विस्तार किया जाए।

मुख्यमंत्री श्री साय ने पूरे ध्यान से प्रतिनिधिमंडल की समस्याएँ और सुझाव सुने। उन्होंने कहा कि शिक्षा और सामाजिक उत्थान सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है, और अनुसूचित जाति समुदाय के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना राज्य की जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि छात्रावासों की सुविधाओं को उन्नत करने के लिए आवश्यक बजट और संसाधनों की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि उन्हें तत्काल आवश्यक सुधारों की सूची बनाकर क्रियान्वयन की प्रक्रिया तेज करनी चाहिए।

उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि हर विद्यार्थी सुरक्षित, सम्मानजनक और प्रेरणादायक वातावरण में शिक्षा प्राप्त करे। छात्रावासों के विकास से न सिर्फ विद्यार्थियों का आत्मविश्वास बढ़ेगा, बल्कि वे प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे।”

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने यह भी जोर दिया कि छात्रावासों में डिजिटल शिक्षा, करियर गाइडेंस और कौशल विकास कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए एक समग्र कार्ययोजना तैयार की जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार समाज के कमजोर वर्गों के लिए ऐसी योजनाएँ लागू कर रही है, जिनसे आने वाली पीढ़ियाँ शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में नए अवसर प्राप्त कर सकें।