joharcg.com नई दिल्ली: हाल ही में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें पुलिस ने ई-कॉमर्स दिग्गज अमेजन के विभिन्न ऑफिसों और गोदामों में छापा मारा। यह कार्रवाई एक जांच के तहत की गई, जिससे कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ सामने आई हैं।
पुलिस की इस छापेमारी का मुख्य कारण अमेजन की कुछ संदिग्ध गतिविधियों से जुड़ी जानकारी मिली थी। सूत्रों के अनुसार, अमेजन पर कुछ अवैध वस्तुओं की बिक्री और वितरण का आरोप लगाया गया था। इन आरोपों के चलते पुलिस ने गहन जांच शुरू की और छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया।
इस छापेमारी के दौरान, पुलिस ने अमेजन के कई गोदामों से संदिग्ध वस्तुएं और दस्तावेज़ जब्त किए हैं। इनमें कई ऐसे सामान शामिल हैं जो कानून के अनुसार बेचे जाने योग्य नहीं थे। इस कार्रवाई के बाद, अमेजन के कई कर्मचारियों से भी पूछताछ की जा रही है, ताकि इस मामले की तह तक जाया जा सके।
अमेजन की ओर से इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा गया है कि कंपनी पूरी तरह से कानून का पालन करती है और अगर कोई गलती हुई है तो उस पर उचित कार्रवाई की जाएगी। कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि वह पुलिस के साथ इस मामले में पूरी तरह सहयोग कर रही है।
इस छापेमारी का असर न केवल अमेजन के कारोबार पर पड़ा है, बल्कि इससे ई-कॉमर्स इंडस्ट्री में भी हलचल मच गई है। कई अन्य ऑनलाइन कंपनियाँ अब अपने कारोबार की जांच-पड़ताल में जुट गई हैं, ताकि किसी भी तरह की कानूनी कार्रवाई से बचा जा सके।
पुलिस इस मामले की आगे भी जांच कर रही है, और संभावना है कि आने वाले दिनों में और भी खुलासे हो सकते हैं। अमेजन के कुछ अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी हो सकती है, जिससे इस मामले की पूरी सच्चाई सामने आ सके।
अमेजन पर हुए इस छापे ने ई-कॉमर्स की दुनिया में हलचल मचा दी है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में इस मामले में क्या खुलासे होते हैं और इसका अमेजन के व्यापार पर क्या असर पड़ता है।
रायपुर पुलिस ने चाकूबाजी की बढ़ती घटनाओं की जांच के तहत अमेजन शॉपिंग साइट के मोवा, देवपुरी और डी.डी. नगर स्थित ऑफिस और गोदामों में छापेमारी की। यह कार्यवाही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष सिंह के निर्देशानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में की गई।
हाल के दिनों में शहर में चाकूबाजी की घटनाओं में शामिल गिरफ्तार आरोपियों और नाबालिगों से पूछताछ के दौरान पता चला कि उन्होंने अमेजन, स्नैपडील और फ्लिपकार्ट जैसी ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स से बटनदार धारदार चाकू मंगवाए थे। इन साइट्स द्वारा बिना आयु सत्यापन किए इन चाकुओं की डिलीवरी की गई, जो बाद में अपराध में इस्तेमाल हुए।
रायपुर पुलिस ने इन शॉपिंग साइट्स को निर्देश दिया था कि वे बटनदार धारदार चाकू मंगवाने वाले ग्राहकों की सूची उपलब्ध कराएं। फ्लिपकार्ट ने इस संबंध में जानकारी प्रदान की, जिसके आधार पर 2,000 से अधिक चाकू अलग-अलग थाना क्षेत्रों से बरामद किए गए हैं। अमेजन को भी नोटिस जारी किया गया था, लेकिन उन्होंने ग्राहकों की जानकारी उपलब्ध नहीं कराई, जिससे पुलिस को यह सख्त कदम उठाना पड़ा।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर, पुलिस और प्रशासनिक टीमों ने मोवा, देवपुरी और डी.डी. नगर स्थित अमेजन के कार्यालयों और गोदामों में एकसाथ रेड की। अमेजन को तत्काल ग्राहकों की जानकारी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है, अन्यथा यह माना जाएगा कि साइट नाबालिगों और अपराधियों को अवैध रूप से बटनदार धारदार चाकू उपलब्ध करवा रही है, जिससे चाकूबाजी की घटनाओं को बढ़ावा मिल रहा है।