joharcg.com प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान नेता और आदिवासी समुदाय के महानायक बिरसा मुंडा के वंशज मंगल मुंडा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। मंगल मुंडा का निधन हाल ही में हुआ, और इस दुखद खबर ने न केवल उनके परिवार को, बल्कि पूरे देश को भी शोक में डुबो दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने शोक संदेश में कहा, “मंगल मुंडा का निधन भारतीय समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। वह अपने जीवन में आदिवासी समाज के उत्थान और उनके अधिकारों के लिए हमेशा संघर्ष करते रहे।”
मंगल मुंडा बिरसा मुंडा के परिवार से ताल्लुक रखते थे और उन्होंने अपने जीवन में हमेशा बिरसा मुंडा के आदर्शों और उनकी धरोहर को सहेजते हुए काम किया। उनका निधन भारतीय राजनीति और सामाजिक आंदोलन के लिए एक बड़ा नुकसान है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मंगल मुंडा की अद्वितीय सोच और कार्यों को हमेशा याद रखा जाएगा, और उनके द्वारा किए गए संघर्षों को आने वाली पीढ़ियाँ प्रेरणा के रूप में लेंगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करके उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएँ भी व्यक्त की और इस कठिन समय में उनके परिवार को शक्ति और साहस प्रदान करने की कामना की। उनके शोक संदेश में मोदी ने यह भी कहा कि देश की जन-जन की भलाई के लिए मंगल मुंडा ने जो कार्य किए, वह हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रहेंगे।
मंगल मुंडा का निधन आदिवासी समुदाय के लिए एक बड़ी क्षति है, क्योंकि वह उनके अधिकारों की लड़ाई में हमेशा अग्रणी रहे। उनके निधन के बाद उनके योगदान को याद करते हुए कई नेताओं ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की और उनकी आत्मा की शांति की कामना की।
अब यह देखना होगा कि आदिवासी समाज के उत्थान और उनके अधिकारों के लिए जो काम मंगल मुंडा ने किया, वह उनके परिवार और समुदाय के लोग किस तरह से आगे बढ़ाते हैं।
नई दिल्ली। आदिवासी नेता बिरसा मुंडा के परपोते मंगल मुंडा का शुक्रवार को रांची के राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (आरआईएमएस) में रात करीब साढ़े 12 बजे हृदय गति रुकने से निधन हो गया। वह एक सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे। मंगल मुंडा के निधन पर पीएम मोदी ने शोक जताया है।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “भगवान बिरसा मुंडा जी के वंशज मंगल मुंडा जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनका जाना उनके परिवार के साथ ही झारखंड के जनजातीय समाज के लिए भी अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में ईश्वर उनके परिजनों को संबल प्रदान करे।”