joharcg.com प्रधानमंत्री आवास योजना, जो गरीब, मजदूर, किसान और समाज के अंतिम व्यक्ति को स्थायी आवास प्रदान करने की महत्वाकांक्षी योजना है, ने एक और जरूरतमंद को उसका सपना साकार किया है। इस योजना का उद्देश्य उन लोगों को जीवनभर का स्थायित्व प्रदान करना है, जो अपने घर का सपना पूरा करने में असमर्थ होते हैं। हर व्यक्ति का सपना होता है कि उसका एक सुंदर और स्थायी घर हो, जहां वह अपनी जिंदगी सुकून से बिता सके। लेकिन आर्थिक तंगी के कारण यह सपना हर किसी का पूरा नहीं हो पाता।
जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी-कर्मचारी गृहप्रवेश में हुए शामिल
बीजापुर जिले के भोपालपटनम ब्लॉक के ग्राम पंचायत बारेगुड़ा की एक विधवा महिला की कहानी इस योजना के महत्व को और भी बढ़ा देती है। इस महिला ने अपने पति की मृत्यु के बाद घर बनाने का सपना लगभग छोड़ ही दिया था। महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत मजदूरी करके अपनी जीविका चलाने वाली इस महिला के लिए पक्का घर बनाना असंभव सा प्रतीत हो रहा था।
महिला की इस कठिनाई को समझते हुए, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उसका पंजीयन करवाया गया। इस कार्य में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस योजना के माध्यम से उसे एक पक्का और स्थायी घर मिला, जिससे उसकी जिंदगी में स्थायित्व आया।
महिला के इस नए घर में गृह प्रवेश का समारोह भी बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य श्री बसंत राव ताटी, सीईओ जनपद पंचायत श्री दिलीप कुमार उईके सहित अन्य गणमान्य नागरिक भी शामिल हुए। सभी ने इस असहाय महिला का उत्साहवर्धन किया और उसकी नई जिंदगी की शुरुआत को सराहा।
प्रधानमंत्री आवास योजना ने इस विधवा महिला को न सिर्फ एक घर दिया, बल्कि उसे आत्मसम्मान और सुरक्षा का अहसास भी कराया। यह योजना उन लाखों गरीब और असहाय लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है, जो अपने सपनों का घर बनाने में असमर्थ थे। केंद्र सरकार की यह योजना समाज के उन तबकों के लिए महत्वपूर्ण हो जाती है, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और जिनके पास खुद का घर बनाने का साधन नहीं है।
महात्मा गांधी नरेगा योजना में मजदूरी करने वाली हितग्राही सुलोचना आवास योजना से हुई लाभान्वित
प्रधानमंत्री आवास योजना ने इस विधवा महिला की जिंदगी बदल दी और उसे एक स्थायी आशियाना प्रदान किया। यह योजना उन सभी के लिए आशा की किरण है, जो अपने घर का सपना साकार करने की उम्मीद लगाए बैठे हैं। इस प्रकार की योजनाएं समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास और स्थायित्व पहुंचाने में सहायक होती हैं और यही इनकी सबसे बड़ी सफलता है।