joharcg.com छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत पात्र वनवासी हितग्राहियों के लिए पक्के मकान बनाकर उन्हें सुरक्षा प्रदान की जा रही है। गोमर्डा अभ्यारण के कनकबीरा और उसके आस-पास के ग्रामों में रहने वाले परिवार जैसे श्री नारद खुड़िया, श्रीमती गायत्री यादव और श्री देवानंद खुड़िया ने इस योजना का लाभ उठाया है।
प्रधानमंत्री आवास योजना से दिव्यांग श्री बाबू लाल के सपनों को मिला नया आयाम
ग्रामवासियों का कहना है कि पहले उनके कच्चे मकान होने के कारण उन्हें जंगली हाथियों का भय सताता रहता था। अब जब उनके पास पक्के मकान हैं, तो उन्हें एक सुरक्षा कवच मिल गया है। श्री नारद खुड़िया ने कहा, “सरकार की मदद के बिना हम अपने लिए पक्का मकान नहीं बना सकते थे। अब बंदर से भी कोई नुकसान नहीं होता।” कनकबीरा की श्रीमती गायत्री यादव ने भी इस योजना की सराहना की और कहा कि इससे उन्हें अब डर नहीं लगता।
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के सरसीवां तहसील के ग्राम पंचायत गाताडीह के आश्रित ग्राम अमलीडीह में दिव्यांग श्री बाबूलाल मानिकपुरी ने कहा कि पीएम आवास योजना उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उनके पास एक पक्का घर होने से उनकी ज़िंदगी में खुशहाली आई है। उन्होंने बताया कि उनका पैर कैंसर से प्रभावित हो गया था, जिससे वह दिव्यांग हो गए। पहले वह अपने पुराने घर में रहते थे, लेकिन अब नए घर में उनके लिए एक सुरक्षित और सुखद जीवन संभव हुआ है।
इन लाभार्थियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को इस योजना के लिए धन्यवाद दिया। पीएम आवास योजना न केवल इन परिवारों के लिए एक सुरक्षित घर प्रदान कर रही है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास भी दे रही है। इस तरह की योजनाओं से यह स्पष्ट होता है कि सरकार किस प्रकार लोगों के जीवन में सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध है।