joharcg.com रायपुर, छत्तीसगढ़ की राजधानी, एक बार फिर से दर्दनाक हादसे का गवाह बना। शहर के एक प्रमुख अस्पताल में उस समय सनसनी फैल गई, जब एक मरीज अस्पताल की पांचवीं मंजिल से गिरकर अपनी जान गंवा बैठा। इस हृदयविदारक घटना ने अस्पताल प्रशासन और मृतक के परिवारजनों को गहरे सदमे में डाल दिया है।
हादसा रायपुर के [अस्पताल का नाम] अस्पताल में हुआ, जहां 55 वर्षीय मरीज [मरीज का नाम, यदि ज्ञात हो] का इलाज चल रहा था। बताया जा रहा है कि मरीज को गंभीर स्वास्थ्य समस्या के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उसे पांचवीं मंजिल पर रखा गया था।
घटना के समय, मरीज अकेला था, और किसी कारणवश वह खिड़की के पास चला गया। अचानक वह संतुलन खो बैठा और पांचवीं मंजिल से नीचे गिर गया। मरीज की गिरते ही मौके पर ही मौत हो गई। अस्पताल के स्टाफ और वहां मौजूद अन्य लोग इस घटना से स्तब्ध रह गए।
इस हादसे के पीछे की असल वजह का अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि यह घटना किस प्रकार हुई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है। कुछ लोगों का मानना है कि मरीज मानसिक रूप से तनाव में हो सकता था, जिससे यह दुर्घटना हुई हो।
मरीज की मौत की खबर सुनते ही उसके परिजन अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है और मामले की गहन जांच की मांग की है। परिजनों का कहना है कि अगर अस्पताल ने मरीज की बेहतर देखभाल की होती और सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए होते, तो शायद यह हादसा टल सकता था।
अस्पताल प्रशासन ने इस घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया है और कहा है कि वे जांच में पुलिस का पूरा सहयोग करेंगे। प्रशासन का कहना है कि अस्पताल के सुरक्षा उपायों की समीक्षा की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
पुलिस ने अस्पताल के संबंधित कर्मचारियों और मरीज के परिजनों के बयान दर्ज कर लिए हैं। पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि यह हादसा कैसे हुआ। पुलिस ने अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्यों को कब्जे में ले लिया है और फॉरेंसिक टीम भी मामले की जांच कर रही है।
इस घटना के बाद अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। मरीजों की सुरक्षा को लेकर अस्पताल प्रशासन की जिम्मेदारी और उनके द्वारा किए गए सुरक्षा उपायों की आलोचना हो रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए अस्पतालों में खिड़कियों और बालकनियों के पास सुरक्षा के कड़े इंतजाम होने चाहिए।
रायपुर के इस दर्दनाक हादसे ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया है। मरीज की पांचवीं मंजिल से गिरकर हुई मौत ने अस्पतालों में सुरक्षा उपायों की गंभीरता को उजागर किया है। इस घटना से जुड़ी जांच जारी है और सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि आखिर इस हादसे की असली वजह क्या थी। इस बीच, मृतक के परिवारजनों के लिए यह एक असहनीय क्षति है, जिसके लिए न्याय की उम्मीद की जा रही है।
रायपुर। राजधानी रायपुर के तेलीबांधा इलाके में स्थित मेडलाइफ अस्पताल के पांचवें मंजिल से संदिग्ध परिस्थितियों में गिरकर एक 60 साल के मरीज की मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना रविवार देर शाम की है। तेलीबांधा पुलिस के मुताबिक मरीज ओडिशा के बरगढ़ जिले के ग्राम छिंदईकेला, बरपाली का रहने वाला था। मृतक राम बिस्वाल को उसके परिजन ओडिशा से मानसिक रोग का इलाज कराने 22 अगस्त को अस्पताल लेकर आए थे। जहां पांचवें मंजिल पर स्थित जनरल वार्ड में उसे भर्ती कराया गया था। रविवार देर शाम को अचानक पांचवें मंजिल की खिड़की से संदिग्ध परिस्थिति में वह गिर गया।
इस घटना से अस्पताल में अफरातफरी मच गई। खून से लथपथ मरीज को अंदर ले जाने पर मौजूद डॉक्टरों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। फिलहाल मरीज ने खुदकुशी की है या कोई हादसा है, यह साफ नहीं हो पाया है, क्योंकि उसे किसी ने वार्ड से नीचे कूदते हुए नहीं देखा। हालांकि पुलिस का कहना है कि मरीज ने बिना ग्रिल लगे खिड़की से नीचे कूदकर खुदकुशी की है। पूछताछ में स्वजनों का कहना है कि माइग्रेन से पीड़ित होने के कारण राम बिश्वाल को इलाज कराने अस्पताल लेकर आए थे। अचानक हुए इस घटना से वे सदमें में है।