joharcg.com रायपुर रेलवे स्टेशन में मंगलवार को प्लेटफार्म नंबर 1 की लिफ्ट फंस गई। इसके चलते कुछ देर के लिए स्टेशन में हड़कंप मच गया। इसके बाद रेलवे कर्मियों ने लिफ्ट का दरवाजा खोलकर फंसे यात्रियों को बाहर निकाला। इस घटना के बाद रेलवे का बयान सामने आया है। रेलवे ने बताया कि लिफ्ट का ओवरलोडेड सेंसर फेल होने के कारण यह घटना घटी।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अवधेश कुमार त्रिवेदी ने बताया कि आज प्लेटफार्म नंबर 01 पर लिफ्ट में व्यवधान कि घटना में प्रथम दृष्टया यह पता चला कि लिफ्ट का ओवरलोडेड सेंसर ख़राब था जो यात्रियों के लोड को सेंस नहीं कर पाया और फेल हो गया। इस लिफ्ट के अंदर 8 पैसेंजर एक साथ आ-जा सकते हैं। लिफ्ट में कुल 528 किलो वजन की क्षमता है। यात्रियों की संख्या लगभग 10 के आसपास क्षमता से अधिक और अत्यधिक समान होने के कारण लिफ्ट ओवर लोडेड होने से उक्त घटना घटित हुई। इस लिफ्ट का मासिक मेंटेनेंस 22 जुलाई को किया गया था।
घटना की जानकारी मिलते ही तुरंत स्टेशन पर उपस्थित वाणिज्य विभाग के वाणिज्य निरीक्षक यादव राम ध्रुव, ड्यूटी में तैनात महिला आरक्षी उमा के द्वारा शिफ्ट ऑफिसर सहायक उप निरीक्षक एस एस यादव को दिया, उक्त सूचना पाकर सहायक उप निरीक्षक एस एस यादव तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे एवं ऑपरेटिंग स्टाफ पंकज कुमार साहू, ट्रेन लाइटिंग स्टाफ विद्युत विभाग के संबंधित कर्मचारियों द्वारा लिफ्ट व्यवधान में फंसे यात्रियों का रेस्क्यू किया
उन्हें सुरक्षित रूप से लिफ्ट का कांच खोलकर बाहर निकल गया उक्त घटना में किसी भी यात्री को किसी भी तरह चोट नहीं आई एवं किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई । लिफ्ट में फंसे सभी यात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया सभी यात्री ट्रेन से अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गये । किसी भी यात्री को चिकित्सकीय सहायता की आवश्यकता नहीं पड़ी ।
मेंटेनेंस और विभागीय जांच
उन्होंने बताया कि लिफ्ट का मासिक मेंटेनेंस 22 जुलाई को किया गया था। वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियरों द्वारा घटना की विभागीय जांच की जा रही है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हो सकें।
रेलवे की सफाई
अवधेश कुमार त्रिवेदी ने कहा कि इस घटना से सबक लेकर लिफ्ट के ओवरलोड सेंसर और अन्य सुरक्षा उपायों की जांच और सुधार की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। रेलवे प्रशासन यात्रियों की सुरक्षा के प्रति पूर्णतः समर्पित है और इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा।
हाल ही में रेलवे स्टेशन पर हुई एक घटना ने यात्रियों को काफी परेशान कर दिया जब लिफ्ट अचानक फंस गई। इस घटना के बाद रेलवे ने अपनी सफाई पेश करते हुए बताया कि लिफ्ट के ओवरलोड होने के कारण सेंसर फेल हो गया था, जिससे यह घटना घटी।
घटना उस समय हुई जब स्टेशन पर भीड़भाड़ का समय था और लिफ्ट में यात्रियों की संख्या निर्धारित सीमा से अधिक हो गई थी। लिफ्ट में फंसे यात्रियों ने बताया कि लिफ्ट अचानक रुक गई और किसी भी बटन के काम न करने से वे अंदर फंस गए। लिफ्ट में फंसे यात्रियों में बुजुर्ग और बच्चों सहित कई लोग थे, जिन्होंने इस घटना के दौरान घबराहट का सामना किया।
रेलवे अधिकारियों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए तकनीकी टीम को मौके पर भेजा। टीम ने लिफ्ट का निरीक्षण किया और पाया कि लिफ्ट का सेंसर ओवरलोड के कारण फेल हो गया था। सेंसर लिफ्ट के भार को मापने का काम करता है और जब भार निर्धारित सीमा से अधिक हो जाता है, तो यह सुरक्षा के लिए लिफ्ट को रोक देता है।
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “लिफ्ट का सेंसर सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, लेकिन इस बार यह ओवरलोड के कारण फेल हो गया। हमने तुरंत तकनीकी टीम को भेजा और लिफ्ट को ठीक किया गया। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हम सभी लिफ्टों का नियमित निरीक्षण और रखरखाव सुनिश्चित करेंगे।”
इस घटना के बाद रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे लिफ्ट का उपयोग करते समय उसकी निर्धारित सीमा का ध्यान रखें और ओवरलोड न करें। रेलवे ने यह भी कहा है कि स्टेशन पर लगे सभी लिफ्टों और अन्य उपकरणों की नियमित रूप से जांच की जाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
लिफ्ट में फंसे यात्रियों ने रेलवे की त्वरित कार्रवाई की सराहना की, लेकिन इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए और भी सख्त कदम उठाने की मांग की है। यात्रियों का कहना है कि रेलवे को अपने सभी उपकरणों की नियमित जांच और रखरखाव पर अधिक ध्यान देना चाहिए ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
रेलवे ने इस घटना से सबक लेते हुए सभी स्टेशनों पर लगे लिफ्टों की सुरक्षा प्रणाली की समीक्षा करने का निर्णय लिया है। इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए और अधिक प्रभावी उपाय किए जाएंगे ताकि यात्रियों को सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव मिल सके।