नववर्ष पर नंदनवन जंगल

joharcg.com नववर्ष 2025 के पहले दिन छत्तीसगढ़ में पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ी, खासकर नंदनवन जंगल सफारी पर, जहां 6 हजार से अधिक पर्यटकों ने इस अद्भुत अनुभव का आनंद लिया। यह सफारी अब राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक बन चुकी है, जो जंगल प्रेमियों और साहसिक यात्रा के शौकिनों के लिए एक आकर्षण का केंद्र बन गई है।

नंदनवन जंगल सफारी, जो रायपुर के समीप स्थित है, अपने विस्तृत और सजीव वन्यजीवों, जीव-जंतुओं और विविध वनस्पतियों के लिए प्रसिद्ध है। सफारी के दौरान पर्यटकों को इस जंगल की खूबसूरती के बीच जानवरों के प्राकृतिक आवास में घूमें का मौका मिलता है। यहां पर बाघ, तेंदुआ, हाथी, भालू, सांभर, और अन्य वन्य जीवों को नजदीक से देखने का अनूठा अनुभव मिलता है।

नववर्ष के मौके पर नंदनवन जंगल सफारी में विशेष साज-सज्जा और अतिरिक्त सुरक्षा इंतजाम किए गए थे। सफारी में शामिल होने के लिए पर्यटकों को सुबह से ही लंबी कतारों में खड़ा देखा गया। कुछ पर्यटकों का कहना था कि यह सफारी उनके लिए एक सपना सच होने जैसा था, जहां उन्होंने अपनी आदर्श छुट्टियों के दौरान प्रकृति के करीब जाकर आनंद लिया।

नंदनवन सफारी के प्रमुख अधिकारियों ने बताया कि इस साल पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, और सफारी का यह अनुभव राज्य की पर्यटन योजना के तहत अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच रहा है। पर्यटकों ने सफारी के दौरान प्राकृतिक सौंदर्य और वन्यजीवों के संरक्षण के लिए उठाए गए कदमों की सराहना की।

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल के मुकाबले इस साल नववर्ष पर सफारी में 20% अधिक पर्यटकों ने भाग लिया है, जिससे यह स्थान अब छत्तीसगढ़ के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शुमार हो गया है। आने वाले दिनों में यहां और भी आकर्षक पैकेज और गतिविधियां शुरू करने की योजना है, ताकि पर्यटकों को और बेहतर अनुभव मिल सके।

नंदनवन जंगल सफारी की बढ़ती लोकप्रियता से यह साबित हो रहा है कि छत्तीसगढ़ पर्यटन के लिहाज से तेजी से एक नए अध्याय की ओर बढ़ रहा है।

रायपुर। राजधानी रायपुर स्थित नंदनवन जंगल सफारी नए वर्ष में लोगों के लिए रोमांच भरा पल लेकर आया। नववर्ष के जश्न में नंदनवन जंगल सफारी ने 5 हजार 762 पर्यटकों का स्वागत कर अपनी लोकप्रियता में एक नया अध्याय जोड़ा है। इस अवसर पर सफारी और चिड़ियाघर के रोमांचक अनुभवों के साथ-साथ पर्यटकों के लिए विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।

में पर्यटकों के लिए नुक्कड़ नाटक, प्रकृति आधारित ड्राइंग कार्यशाला, वन्यजीवों पर आधारित माटीकला कार्यशाला और जैव विविधता पर प्रश्नोत्तरी जैसे रोचक कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन गतिविधियों ने पर्यटकों को न केवल मनोरंजन प्रदान किया बल्कि उन्हें वन्यजीव संरक्षण और प्रकृति के महत्व को जानने-समझने का भी मौका दिया।

बिलासपुर से आए पर्यटक मुकेश यादव ने अपना सुखद अनुभव को साझा करते हुए बताया कि हमने जंगल सफारी में हिरण, नीलगाय, भालू, बाघ और शेर सहित अन्य वन्य प्राणियों को स्वच्छंद विचरण करते देखा। चिड़ियाघर में विभिन्न वन्य प्राणियों की प्रजातियों का अनुभव अविस्मरणीय रहा। यहां आकर बच्चों ने माटीकला कार्यशाला में अपनी कल्पनाओं को आकार दिया। यह स्थान सपरिवार नववर्ष में समय बिताने के साथ-साथ हम सबके लिए शानदार और यादगार बन गया है।

संचालक, जंगल सफारी धम्मशील गणवीर ने कहा कि हम पर्यटकों को न केवल आनंददायक अनुभव देना चाहते हैं, बल्कि उन्हें पर्यावरण संरक्षण के प्रति संवेदनशील बनाना भी हमारा उद्देश्य है। हम ‘प्रकृति दर्शन‘ और ‘नेचर ट्रेल‘ जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों में वन्य प्राणियों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रयासरत हैं।
नंदनवन जंगल सफारी ने नववर्ष पर आगंतुक पर्यटकों को एक अनोखा अनुभव प्रदान किया, जहां मनोरंजन के साथ ज्ञान और जागरूकता का मिश्रण था। यह प्रयास वन्यजीव संरक्षण एवं पर्यावरण के प्रति लोगों की सोच को बदलने और जागरुकता लाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम साबित हो रहा है।
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