joharcg.com मंत्री श्री रामविचार नेताम ने हाल ही में कृषि यंत्रों और प्रौद्योगिकी के विकास को कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन का मुख्य कारण बताया। उन्होंने कहा कि आधुनिक कृषि यंत्रों और नई तकनीकों ने किसानों के लिए फसल उत्पादन को अधिक कुशल और लाभकारी बना दिया है।

मंत्री नेताम ने अपने बयान में जोर देते हुए कहा कि कृषि यंत्रों की उन्नति और नई प्रौद्योगिकियों के आने से किसानों को बेहतर उपकरण और संसाधन मिल रहे हैं, जो उनकी उत्पादकता और कार्यक्षमता में वृद्धि कर रहे हैं। इन तकनीकों के उपयोग से फसल की गुणवत्ता में सुधार हुआ है और उत्पादन लागत में कमी आई है।

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि सरकार ने किसानों के लिए कई योजनाएं और कार्यक्रम शुरू किए हैं, जिनके तहत उन्हें नई तकनीकों और यंत्रों का लाभ मिल रहा है। इन योजनाओं के माध्यम से किसानों को आधुनिक कृषि उपकरण, उन्नत बीज, और बेहतर सिंचाई प्रणालियाँ उपलब्ध कराई जा रही हैं, जो कृषि कार्य को अधिक प्रभावशाली और आसान बनाती हैं।

मंत्री नेताम ने किसानों से अपील की कि वे इन नई तकनीकों और यंत्रों का पूरा उपयोग करें और अपनी कृषि प्रथाओं को अपडेट करें। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य कृषि क्षेत्र में तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देना है ताकि किसानों को अधिक लाभ हो सके और उनकी जीवनस्तर में सुधार हो सके।

उनके बयान ने यह स्पष्ट कर दिया कि कृषि में तकनीकी उन्नति और यंत्रों का विकास किसानों के लिए एक नया युग लेकर आया है। यह परिवर्तन न केवल कृषि उत्पादन को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि किसानों की आय और समृद्धि में भी योगदान दे रहा है। कृषि विकास एवं किसान कल्याण मंत्री श्री रामविचार नेताम ने कहा है कि कुछ दशक पूर्व किसान खेती में परंपरागत कृषि उपकरणों का उपयोग करते थे।

लेकिन प्रौद्योगिकी के विकास के कारण आज खेतों में ट्रैक्टर चलित कल्टिवेटर, रोटावेटर, कम्बाइन जैसे आधुनिक कृषि यंत्रों एवं मशीनरी का उपयोग कर रहे हैं। इसके साथ ही अब कृषि में ड्रोन तथा ए.आई. तकनीक का उपयोग भी होने लगा है। कृषि मशीनरी के तकनीकी विकास के कारण कृषि के क्षेत्र में क्रान्तिकारी परिवर्तन आया है, इसके लिए देश के कृषि अभियंता तथा कृषि वैज्ञानिक बधाई के पात्र हैं।

 कृषि मंत्री श्री नेताम राजधानी रायपुर के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कृषक सभागार में आयोजित कृषि अभियंताओं के दो दिवसीय 36वें राष्ट्रीय सम्मेलन सह संगोष्ठी के शुभारंभ समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने की। इस राष्ट्रीय कार्यक्रम का आयोजन इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजिनियर्स (इंडिया) छत्तीसगढ़ स्टेट सेन्टर, रायपुर एवं स्वामी विवेकानंद कृषि अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, कृषि अभियांत्रिकी संकाय, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है। इस राष्ट्रीय सम्मेलन में देश भर से आए कृषि अभियंता शामिल हुए।Ramvichar Netam Archives – JoharCG