Swastik Vihar

joharcg.com Swastik Vihar एक अन्य बौद्ध संरचना / विहार की हाल ही में खुदाई की गई, जो ‘आनंद विहार’ के पास स्थित है, जिसे ‘स्वस्तिक विहार’ कहा जाता है। इस विहार का उपयोग बौद्ध भिक्षुओं द्वारा ध्यान और अध्ययन के उद्देश्य के लिए किया जाना है।

स्वस्तिक विहार, महासमुंद, छत्तीसगढ़ में स्थित एक महत्वपूर्ण बौद्ध स्थल है। यह विहार राजिम के निकट स्थित है, जो रायपुर से लगभग 45 किलोमीटर दूर है।

इतिहास

स्वस्तिक विहार का उत्खनन 1955 में किया गया था। यह ईंट निर्मित विहार है, जिसमें सभा मण्डप के तीन ओर कक्ष बने हुए हैं। गर्भगृह में बुद्ध की भूस्पर्श मुद्रा में पद्मासन पर बैठी हुई प्रतिमा विराजमान है, जो 2.10 मीटर ऊंची है। इसके वाम पार्श्व में पद्मपाणि अवलोकितेश्वर की प्रतिमा भी है।[1]

कला और वास्तुकला

स्वस्तिक विहार में बुद्ध के जीवन से जुड़ी घटनाओं का सूक्ष्म अंकन किया गया है। यहाँ मिली धातु प्रतिमाएं पूर्वी भारत की पाल कला शैली में निर्मित हैं और मगध के कुर्कीहार तथा नालंदा से मिली प्रतिमाओं के समकालीन हैं। इन प्रतिमाओं में अवलोकितेश्वर, पद्मपाणि, वज्रपाणि, मैत्रेय, तारा, मंजुश्री आदि देवताओं की मुद्राएं रूपांकित हैं।[1]

महत्व

स्वस्तिक विहार राजिम के धार्मिक और पुरातात्विक महत्व का एक हिस्सा है। यह क्षेत्र बौद्ध संस्कृति का एक प्रमुख केंद्र था, जहाँ कई विहार और स्तूप मौजूद थे। यहाँ की शांति और आध्यात्मिकता आज भी भक्तों को आकर्षित करती है।[1][2]

स्वस्तिक विहार, महासमुंद

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