महासमुंद में लघु सिंचाई

joharcg.com मध्य प्रदेश के महासमुंद जिले में लघु सिंचाई तालाब निर्माण योजना के अंतर्गत ग्राम टिभुपाली और अरण्ड में एक नया परिवर्तन देखने को मिला है। इस योजना के तहत बनाए गए तालाबों ने इन गांवों के सूखे खेतों में पहली बार हरियाली ला दी है, जिससे ग्रामीणों में खुशी और आशा की लहर है।

लघु सिंचाई तालाब निर्माण योजना का उद्देश्य है, जलस्रोतों की कमी को दूर करना और कृषि को स्थिरता प्रदान करना। महासमुंद जिले में इस योजना को लागू करने से ग्रामीण क्षेत्रों में जलस्रोतों की उपलब्धता में सुधार हुआ है। पहले सूखे और बंजर नजर आने वाले खेत अब हरे-भरे और फसलों से लदे हुए दिखाई दे रहे हैं।

ग्राम टिभुपाली और अरण्ड के किसानों ने बताया कि तालाबों के निर्माण से उन्हें सिंचाई की सुविधा मिली है, जिससे उनकी फसलें अच्छी तरह से पनप रही हैं। इससे न केवल फसल की गुणवत्ता में सुधार हुआ है, बल्कि कृषि उत्पादन भी बढ़ा है। पहले जिन खेतों में पानी की कमी के कारण फसलें मुरझा जाती थीं, अब वे हरे-भरे हो गए हैं और अच्छी पैदावार दे रही हैं।

इस योजना के तहत तालाबों की खुदाई और उनकी देखभाल के लिए स्थानीय समुदाय को भी शामिल किया गया है। इसके परिणामस्वरूप, ग्रामीणों में जल प्रबंधन और सिंचाई के महत्व को लेकर जागरूकता बढ़ी है। साथ ही, यह पहल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने और किसानों की जीवन-यापन की स्थिति में सुधार लाने में भी सहायक साबित हो रही है।

लघु सिंचाई तालाबों के निर्माण से जुड़े इस सफल अनुभव ने अन्य गांवों में भी इसी तरह की परियोजनाओं को लागू करने की संभावना को बढ़ाया है। इस परियोजना के सकारात्मक परिणामों ने यह साबित कर दिया है कि जल प्रबंधन और संसाधनों का उचित उपयोग करके सूखे और बंजर खेतों को हरियाली में बदला जा सकता है।

इस पहल से प्राप्त परिणाम न केवल क्षेत्रीय कृषि की दिशा को बदलते हैं, बल्कि किसानों की स्थिति में सुधार लाने और ग्रामीण जीवन में खुशहाली लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित होते हैं।

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