joharcg.com महासमुंद जिले में प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान के तहत एक महत्वपूर्ण पहल की गई है। इस अभियान के तहत जिले के आठ पीवीटीजी (Particularly Vulnerable Tribal Groups) बसाहटों में विशेष शिविर आयोजित किए गए। इन शिविरों का उद्देश्य आदिवासी समुदाय के लोगों को उनके अधिकारों और सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान करना था।
इन शिविरों में विभिन्न सरकारी विभागों और संगठनों द्वारा स्वास्थ्य, शिक्षा, सामाजिक सुरक्षा और विकास योजनाओं से संबंधित सेवाएं प्रदान की गईं। शिविर में आदिवासी समुदाय के लोगों को स्वास्थ्य जांच, कानूनी सलाह, शिक्षा के अवसर, और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की जानकारी दी गई। इसके साथ ही, स्थानीय प्रशासन ने जनजातीय लोगों की समस्याओं को सुनने और उनका समाधान करने के लिए भी प्रयास किए।
प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान का उद्देश्य आदिवासी समुदाय के लोगों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को सुधारना है। इस अभियान के माध्यम से सरकार ने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि आदिवासी समुदाय के लोग सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ उठा सकें और उनकी समस्याओं का समाधान हो सके।
शिविरों में शामिल होने वाले लोगों ने इस पहल की सराहना की और कहा कि इस तरह की योजनाओं से उन्हें अपने अधिकारों और उपलब्ध सुविधाओं के बारे में बेहतर जानकारी मिली है। स्थानीय नेताओं और अधिकारियों ने इस अभियान की सफलता की उम्मीद जताई और कहा कि इस तरह के आयोजन आदिवासी समुदाय के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होंगे।
महासमुंद जिले में आयोजित इस अभियान ने आदिवासी लोगों की सामाजिक न्याय और विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। यह पहल आदिवासी समुदाय के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है और उनके समग्र विकास के लिए निरंतर प्रयासों को प्रोत्साहित करती है।
शासन के निर्देशानुसार एवं कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह के मार्गदर्शन में जिले में विशेष पिछड़ी जनजाति समूहों के लोगों को लाभ दिलाने हेतु प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत विशेष पिछड़ी जनजाति के बसाहटों को चिन्हांकित कर शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। सहायक आयुक्त सुश्री शिल्पा साय ने बताया कि अभी तक कुल 08 बसाहटों में शिविर का आयोजन किया गया है। जिसमें आधार पंजीयन के 68, नवीन बैंक खाता के 27, आयुष्मान कार्ड 67, राशन कार्ड पंजीयन 114 और जाति प्रमाण पत्र के लिए 53 पंजीयन किया गया है।
इन शिविरों में सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से वंचित एवं पात्र सभी हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा रहा है। शिविर में शासकीय अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा लोगों को विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग हेतु संचालित योजनाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी जा रही है। जिले के महासमुंद विकासखंड के सिरपुर ग्राम में शिविर का आयोजन किया गया जिसमे 21 अगस्त को आश्रित पीवीटीजी बसाहट सिरपुर, खमतराई, मरौद, नंदबरू, सुकुलबाय के हितग्राहियों के लिए बागबाहरा विकासखंड में ग्राम हाड़ाबंध में शिविर आयोजन हुआ जिसमें हाड़ाबंध, मामाभाचा के हितग्राहियों के लिए तथा पिथौरा विकासखंड में ग्राम भिथीडीह में शिविर का आयोजन हुआ।
इसी तरह 22 अगस्त को ग्राम खरसा, सोनासिल्ली और मोहंदी, जलकी और तुसदा में आयोजन किया गया। इन शिविरों में विशेष रूप से पिछड़ी जनजातियों के लिए आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड, बैंक खाता आदि योजनाओं से जोड़ने हेतु पंजीयन किया गया। इन शिविर में आदिवासी विकास विभाग, राजस्व विभाग, स्वास्थ्य विभाग, जनपद पंचायत, खाद्य विभाग, महिला बाल विकास, लीड बैंक, बिजली विभाग, शिक्षा विभाग, पंचायत विभाग के स्टाल लगाए गए थे। इन सभी शिविरां के माध्यम से पीवीटीजी हितग्राहियों के कुल 68 आधार पंजीयन, 67 आयुष्मान कार्ड पंजीयन, 27 जनधन से बैंक खाता, 53 जाति प्रमाण पत्र कार्यवाही, 114 राशन कार्ड इसके अतिरिक्त उज्ज्वला गैस पंजीयन, महतारी वंदन पंजीयन व किसान सम्मान निधि का पंजीयन भी किया गया।
उल्लेखनीय है कि पीएम जनमन योजना का मूल उद्देश्य कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी), परिवारों और बस्तियों तक बुनियादी सुविधाओं और सेवाओं को पहुंचाकर उनकी सामाजिक, आर्थिक स्थितियों में सुधार करना है। पीएम जनमन योजना अंतर्गत कमजोर जनजाति समूहों के बसाहटों में विभिन्न विभागों के समन्वय से पेयजल, आवास, सड़क, आंगनबाड़ी के माध्यम से पोषण, आजीविका संवर्धन हेतु कौशल विकास जैसे महत्वपूर्ण गतिविधियों का क्रियान्वयन किया जा रहा है।