Kanki ke kankeshwar
Kanki ke kankeshwar कनकी एक गांव है जो उर्गा के पास हसदो नदी के तट पर स्थित है, जो कोरबा से 20 किमी दूर है।कनकी ऊर्गा से 12 किलोमीटर की दूरी पर है।यह धार्मिक स्थल कंकेश्वर या चक्रेश्वर महादेव मंदिर के नाम पर प्रसिद्ध है। यह माना जाता है कि कनकी का मंदिर कोरबा के जमींदारों द्वारा 1857 के आस-पास बनाया गया था।
मंदिर पत्थरों में बनाई गई कई खूबसूरत चित्रों से सजा हुआ है। भगवान शिव-पार्वती की असंख्य मूर्तियों की है।
इसके अलावा, देवी दुर्गा का एक और प्राचीन मंदिर है।
यह गांव घने जंगल से घिरा हुआ है और कई तालाबों की संख्या वहां पाया जा सकता है।इस क्षेत्र प्रवासी पक्षियों के द्वारा प्रवासी समय के दौरान देखा जाता है ।
कैसे पहुंचें:
बाय एयर
स्वामी विवेकानन्द अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा रायपुर से 200 किमी. |
ट्रेन द्वारा
कोरबा रेलवे स्टेशन से 15 किमी की दुरी पर स्थित है |
सड़क के द्वारा
कोरबा बस स्टैंड से 15 किमी की दुरी पर स्थित है |
PHOTO GALLERY
कांकी के कंकेश्वर छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में स्थित एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह स्थान भगवान शिव के एक प्राचीन मंदिर के लिए प्रसिद्ध है, जिसे स्थानीय लोग बड़े श्रद्धा और भक्ति के साथ मानते हैं। कंकेश्वर मंदिर विशेष रूप से शिव भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है।
धार्मिक महत्व
कांकी के कंकेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसे शिवलिंग की पूजा के लिए जाना जाता है। इस मंदिर की मान्यता है कि यहाँ भगवान शिव की विशेष कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होता है। स्थानीय मान्यता के अनुसार, जो भक्त सच्चे मन से यहाँ पूजा करते हैं, उनकी सभी इच्छाएँ पूरी होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
वास्तुकला और संरचना
कंकेश्वर मंदिर की वास्तुकला पारंपरिक भारतीय मंदिर शैली में निर्मित है। मंदिर का गर्भगृह भगवान शिव की एक भव्य शिवलिंग के साथ सज्जित है। मंदिर की दीवारों पर धार्मिक चित्रण और नक्काशी देखने को मिलती है, जो उसकी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाते हैं। मंदिर परिसर का वातावरण शांत और पवित्र है, जो पूजा और ध्यान के लिए आदर्श स्थान प्रदान करता है।
धार्मिक गतिविधियाँ
मंदिर में नियमित पूजा-अर्चना और धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं। विशेष अवसरों पर, जैसे शिवरात्रि और अन्य प्रमुख हिंदू त्योहारों के दौरान, मंदिर में विशेष पूजा और भव्य उत्सव आयोजित किए जाते हैं। इन अवसरों पर भक्तों की बड़ी संख्या यहाँ आती है और धार्मिक अनुष्ठान में भाग लेती है।
यात्रा और पहुँच
कांकी के कंकेश्वर दुर्ग शहर से लगभग 50-60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ तक पहुँचने के लिए सड़क मार्ग उपलब्ध हैं और दुर्ग से नियमित बस सेवाएँ और निजी वाहन इस स्थल तक पहुँचने के लिए उपयुक्त हैं। मंदिर के आसपास में पार्किंग की सुविधा भी उपलब्ध है, जो यात्रा को सुविधाजनक बनाती है।
निष्कर्ष
कांकी के कंकेश्वर छत्तीसगढ़ का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, जो भगवान शिव की पूजा और भक्ति के लिए प्रसिद्ध है। इसकी ऐतिहासिक और धार्मिक धरोहर, सुंदर वास्तुकला, और शांतिपूर्ण वातावरण इसे एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल बनाते हैं। यह स्थल भक्तों को आध्यात्मिक शांति और धार्मिक आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए एक आदर्श गंतव्य है।