joharcg.com समय पर कार्यालय पहुंचने की अनिवार्यता को लेकर जिला कलेक्टर ने अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए कड़ी चेतावनी जारी की है। प्रशासनिक कार्यों में देरी और समय की अवहेलना को लेकर कलेक्टर ने यह सख्त कदम उठाया है। कलेक्टर ने यह स्पष्ट किया कि समय का पालन करना सरकारी सेवा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी समय पर कार्यालय नहीं पहुंचता, तो उन्हें अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को नोटिस जारी करते हुए यह भी कहा कि समय पर कार्य स्थल पर उपस्थिति से न केवल कार्यों की दक्षता बढ़ती है, बल्कि आम जनता को भी त्वरित और बेहतर सेवाएं प्रदान की जा सकती हैं। प्रशासन में अनुशासन और कार्य के प्रति जिम्मेदारी का होना आवश्यक है, ताकि सरकारी कामकाजी तंत्र की सही तरीके से कार्यप्रणाली सुनिश्चित की जा सके।
समय पर उपस्थित न होने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ यह नोटिस जारी करने का कदम प्रशासन की ओर से कड़ा संदेश है कि किसी भी हालत में सार्वजनिक सेवाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कलेक्टर ने यह भी बताया कि इस संबंध में आगे भी निगरानी रखी जाएगी और जो अधिकारी या कर्मचारी लगातार समय पर न पहुंचें, उन्हें विभागीय कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
इस कदम से यह भी स्पष्ट होता है कि कलेक्टर प्रशासन में अधिक पारदर्शिता और दक्षता लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। कर्मचारियों और अधिकारियों के बीच समय की पाबंदी को लेकर एक सशक्त संदेश देने के लिए कलेक्टर ने यह कार्रवाई की है।
यह कदम न केवल सरकारी दफ्तरों की कार्यशैली में सुधार की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि इससे आम जनता के बीच प्रशासन की छवि भी सशक्त होगी। प्रशासनिक दक्षता में इस तरह के सुधारों से राज्य के विकास कार्यों को गति मिलेगी।
गरियाबंद। कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने जिला मुख्यालय के विभिन्न विभागों के कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने कृषि, मत्स्य, आरईएस, पीएमजीएसवाय, परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास के कार्यालय का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने कार्यालय के शाखाओं में जाकर अधिकारी-कर्मचारियों की उपस्थिति, स्थापना, आडिट फाइलों का भंडारण एवं स्वच्छता व्यवस्था का जायजा लिया।
उन्होंने कार्यालय में कार्यालयीन समय में उपस्थित शासकीय कर्मियों की जानकारी ली। निर्धारित समय पर कार्यालय नहीं पहुंचने वाले अधिकारी-कर्मचारियों पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने सही समय पर कार्यालय नहीं पहुंचने वाले विभिन्न विभागों के शासकीय सेवकों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री अग्रवाल ने निरीक्षण के दौरान कृषि विभाग के उप संचालक चंदन राय, सहायक संचालक महेश पैकरा, रमेश निषाद, मत्स्य विभाग के सहायक संचालक आलोक वशिष्ट, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग के कार्यपालन अभियंता प्रकाश देवरे, एसडीओ नवीन चन्द्राकर, पीएमजीएसवाय कार्यालय के उप अभियंता इंद्रजीत कंवर, सहायक अभियंता विनय भिरवानी, सहायक ग्रेड-03 श्री तोषण कुमार, डाटा एन्ट्री ऑपरेटर सुमीत कुमार यादव, एकीकृत बाल विकास परियोजना अधिकारी चन्द्रहास साहू को नोटिस जारी करने के निर्देश दिये है।
इस दौरान ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग के कार्यालय में लोकार्पण शिलान्यास के शिलालेख को निर्धारित कार्य स्थल पर चस्पा नहीं करने तथा शिलालेखों को कार्यालय में अनावश्यक रखने एवं कार्यालय पर मशीनों को व्यवस्थित रही करने पर एसडीएओ को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। साथ ही इन कार्यालयों में फाईलों के रख-रखाव को व्यवस्थित करने एवं साफ-सफाई होने के उपरांत फोटोग्राफ्स उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने कहा कि शासन के निर्देश पर कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारियों में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
कलेक्टर ने सभी कर्मियों को निर्धारित वेशभूषा, शासकीय पहचान पत्र आईडी कार्ड पहन कर ही कार्यालय आने के सख्त निर्देश दिए। साथ ही चतुर्थ श्रेणी के कर्मियों को निर्धारित ड्रेस में ही कार्यालय आने को कहा। कलेक्टर ने कहा कि शासन के मंशा अनुसार सभी शासकीय सेवक निर्धारित समय में कार्यालय में उपस्थित होकर शासकीय दायित्वों का निर्वहन करें। उन्होंने जिला अधिकारियों को अपने अधीनस्थ कार्यालयों के कर्मचारियों को भी निर्धारित समय में कार्यालय आने के नियम का पालन करवाने के निर्देश दिये।
कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान सभी शाखाओं में नस्तियों के व्यवस्थित संधारण एवं साफ-सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए। साथ ही सभी आलमारियों में रजिस्टर एवं दस्तावेजों को क्रमबद्ध तरीके से रख कर फाइलों के नाम युक्त सूची अलमारी में चिपकाने के निर्देश दिए। जिससे आसानी से फाइलों को कार्य अनुसार निकाला जा सके।