किरणमयी नायक

joharcg.com छत्तीसगढ़ महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने हाल ही में अपनी सुरक्षा हटाए जाने पर कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने इस फैसले को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी और अपने गुस्से का खुला इजहार किया। सवाल यह है कि आखिर क्यों उनकी सुरक्षा हटाए जाने पर उनका गुस्सा इतना उभर आया?

किरणमयी नायक, जो छत्तीसगढ़ की एक प्रमुख राजनीतिक और सामाजिक हस्ती हैं, हमेशा से महिला सुरक्षा और अधिकारों के लिए मुखर रही हैं। बतौर महिला आयोग अध्यक्ष, उनका कार्य क्षेत्र काफी संवेदनशील है और उन्हें अक्सर विभिन्न तरह के सामाजिक और राजनीतिक मामलों से निपटना पड़ता है। ऐसे में उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीरता बरतना महत्वपूर्ण होता है।

जब उन्हें यह जानकारी मिली कि उनकी सुरक्षा को वापस लिया जा रहा है, तो वह स्तब्ध रह गईं। उनके अनुसार, उनकी सुरक्षा को हटाने का निर्णय बिना किसी स्पष्ट कारण के लिया गया है। किरणमयी नायक का कहना है कि उनकी भूमिका के कारण उन्हें कई बार धमकियों का सामना करना पड़ता है, ऐसे में सुरक्षा हटाया जाना उनकी सुरक्षा के प्रति एक लापरवाही है।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें बिना किसी पूर्व सूचना के सुरक्षा से वंचित किया गया, जो कि एक असंवेदनशील कदम है। नायक ने कहा कि उनकी सुरक्षा हटाने का निर्णय न केवल उनके लिए बल्कि उनके परिवार और उनके कामकाज के लिए भी चिंता का विषय है। वह इसे अपने सम्मान के साथ जोड़ते हुए इसे अनुचित और अपमानजनक मानती हैं।

किरणमयी नायक का गुस्सा इसलिए भी उभरा क्योंकि उन्होंने कई बार इस बात का उल्लेख किया है कि महिला आयोग के काम के दौरान उन्हें लगातार संवेदनशील मुद्दों से निपटना पड़ता है। ऐसे में उनकी सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की ढिलाई उनके कार्य में बाधा डाल सकती है। उन्होंने सरकार और संबंधित विभागों से इस पर पुनर्विचार करने की मांग की है, ताकि उनकी सुरक्षा और सम्मान दोनों बनाए रखे जा सकें।

इस पूरे मामले को लेकर राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा गर्म है। कुछ लोग इसे राजनीतिक निर्णय मान रहे हैं, जबकि अन्य इसे सामान्य प्रशासनिक कार्रवाई बता रहे हैं। हालांकि, किरणमयी नायक ने साफ कर दिया है कि वह इस निर्णय के खिलाफ हैं और इसे महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के खिलाफ मानती हैं।

अब देखना यह है कि सरकार इस मुद्दे पर क्या कदम उठाती है और क्या किरणमयी नायक की सुरक्षा फिर से बहाल की जाती है।

रायपुर। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डा. किरणमयी नायक ने गुरूवार को कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में पत्रकारों से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार बदलने के बाद उनकी सुरक्षा कर्मियों को हटा दिया गया है। इसके चलते उन्हें अपनी सुरक्षा को लेकर बड़ी चिंता रहती है। कई बार जनसुनवाई को लेकर बस्तर इलाके में भी जाना होता है, जहां नक्सली घटनाएं भी होते रहती है।

सुरक्षा नहीं होने से बड़ी परेशानी होती है और जनसुनवाई के दौरान पक्षकारो के बीच भी अक्सर लडाई झगड़े होते हैं। ऐसे में सुरक्षा गार्ड की जरूरत होती है। अब क्योंकि प्रदेश में सरकार बदल गई है और भाजपा की सरकार है। ऐसे में उनके ऊपर किसी प्रकार की घटना होती है तो इसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार एवं पुलिस प्रशासन की होगी।

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