joharcg.com छत्तीसगढ़ के खरसिया में पुलिस विभाग द्वारा स्कूल में एक महत्वपूर्ण जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों को साइबर अपराध और महिला सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में जानकारी दी गई। इस सत्र का उद्देश्य छात्रों को आधुनिक तकनीकी खतरों से बचाव और समाज में महिलाओं की सुरक्षा के प्रति जागरूक करना था।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आज के समय में इंटरनेट और सोशल मीडिया का दुरुपयोग बड़े पैमाने पर हो रहा है, और यह साइबर अपराधों की वृद्धि का कारण बन रहा है। बच्चों को सोशल मीडिया पर अपनी गोपनीय जानकारी साझा करने के खतरों के बारे में समझाया गया। उन्होंने छात्रों को बताया कि कैसे हैकिंग, फिशिंग, और ऑनलाइन फ्रॉड जैसी गतिविधियों से सावधान रहना चाहिए। साथ ही, उन्हें यह भी बताया गया कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि के होने पर कैसे तुरंत पुलिस की मदद लेनी चाहिए।
सत्र के दौरान, महिला सुरक्षा के मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया गया। पुलिस ने छात्राओं को उनकी सुरक्षा के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी दी और उन्हें आत्मरक्षा के कुछ आसान उपाय भी सिखाए। छात्राओं को यह बताया गया कि किसी भी आपात स्थिति में वे पुलिस की मदद कैसे प्राप्त कर सकती हैं और डायल 112 जैसे आपातकालीन सेवाओं का उपयोग कर सकती हैं।
- सोशल मीडिया सावधानी: पुलिस ने छात्रों को बताया कि उन्हें अनजान व्यक्तियों से ऑनलाइन दोस्ती करने से बचना चाहिए और अपनी निजी जानकारी जैसे फोन नंबर, पते, और तस्वीरें साझा करने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए।
- साइबर बुलिंग से बचाव: साइबर बुलिंग और ट्रोलिंग के खतरे से भी छात्रों को अवगत कराया गया। उन्हें यह समझाया गया कि यदि कोई उन्हें ऑनलाइन परेशान करता है, तो उन्हें तुरंत माता-पिता या पुलिस को सूचित करना चाहिए।
- सुरक्षित पासवर्ड का महत्व: छात्रों को यह बताया गया कि अपने सोशल मीडिया अकाउंट और ईमेल की सुरक्षा के लिए उन्हें मजबूत पासवर्ड का उपयोग करना चाहिए और समय-समय पर पासवर्ड बदलते रहना चाहिए।
यह सत्र छात्रों के लिए काफी शिक्षाप्रद रहा। उन्होंने साइबर सुरक्षा और महिला सुरक्षा से जुड़े विभिन्न पहलुओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की। छात्रों ने पुलिस अधिकारियों से खुलकर सवाल पूछे और अपनी शंकाओं को दूर किया।
स्कूल प्रशासन और अभिभावकों ने खरसिया पुलिस की इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस तरह के जागरूकता सत्रों से छात्रों को न केवल साइबर अपराध से बचने की जानकारी मिलती है, बल्कि महिला सुरक्षा के प्रति भी जागरूकता बढ़ती है।
झारखंड के खरसिया पुलिस ने हाल ही में एक स्कूल में एक जानकारी अभियान का आयोजन किया, जिसमें साइबर अपराधों और महिला सुरक्षा के महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत की गई। यह अभियान छात्रों को साइबर सुरक्षा और इंटरनेट पर ध्यान देने की जरूरत के बारे में जागरूक करने के लिए आयोजित किया गया था।
खरसिया पुलिस ने छात्रों को साइबर अपराधों से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुरक्षा उपायों के बारे में चर्चा की, जैसे कि साइबर बाल-संदेशित पर्सनल डेटा की सुरक्षा और साइबर बुलींग के खिलाफ कैसे बचा जा सकता है।
इस सनसनीखेज जगह पर एक महिला पुलिस अधिकारी ने उदाहरण के रूप में अपनी कहानी साझा की, जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे उन्हें एक साइबर अपराध के शिकार बनने से बचाया गया था। उन्होंने विद्यार्थियों को यह बताया कि साइबर सुरक्षा का महत्व इतना है कि हर किसी को इस पर ध्यान देना चाहिए।
यह अभियान छात्रों को डाटा चोरी, ऑनलाइन चुगलखोरी और दूसरे संबंधित जोखिमों से बचाने के लिए जागरूक करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। छात्रों को साइबर सुरक्षा के जनकारों से सिखाने के लिए इस तरह के अभियान आयोजित करने से अच्छा विश्वास है कि सामाजिक जागरूकता में वृद्धि होगी। इस अभियान के माध्यम से साइबर सुरक्षा और महिला सुरक्षा के महत्व को लेकर जागरूकता बढ़ाने में खरसिया पुलिस ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिससे समाज में सुरक्षित और जागरूक माहौल बना रह सकता है।