joharcg.com छत्तीसगढ़ राज्य में धान खरीदी प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए खाद्य संचालक जितेंद्र शुक्ला ने कई धान खरीदी केन्द्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान, उन्होंने किसानों से सीधे संवाद किया और खरीदी केन्द्रों पर उपलब्ध सुविधाओं का जायज़ा लिया। उनका यह दौरा राज्य में धान खरीदी की प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए अहम साबित हुआ।
खाद्य संचालक जितेंद्र शुक्ला ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों को बिना किसी समस्या के अपनी उपज बेचने की सुविधा मिलनी चाहिए। उन्होंने खरीदी केन्द्रों पर कर्मचारियों की उचित उपस्थिति और पंजीकरण प्रक्रिया को तेज करने की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही, शुक्ला ने यह भी सुनिश्चित किया कि किसानों को सही समय पर उनकी उपज का मूल्य मिले और वे किसी भी तरह के उत्पीड़न का सामना न करें।
इसके अलावा, खाद्य संचालक ने खरीदी केन्द्रों पर किसानों के लिए आधारभूत सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए कई सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि केन्द्रों पर उचित सफाई, जल निकासी और शेड की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। शुक्ला ने यह भी कहा कि किसानों से प्राप्त धान की सही तरीके से जांच और संग्रहण किया जाए, ताकि कोई भी असमानता या कुव्यवस्था न हो।
निरीक्षण के दौरान, शुक्ला ने किसानों से उनके अनुभव भी पूछे और उनकी समस्याओं को ध्यान से सुना। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार उनकी परेशानियों का समाधान जल्द से जल्द करेगी।
खाद्य संचालक जितेंद्र शुक्ला के इस निरीक्षण से यह स्पष्ट हो गया कि राज्य सरकार किसानों के हित में धान खरीदी प्रक्रिया को पारदर्शी और सुविधाजनक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस पहल से किसानों को अपनी उपज बेचने में आसानी होगी और उन्हें उचित मूल्य मिलेगा।
बिलासपुर, 4 जनवरी 2025/खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के संचालक जितेंद्र शुक्ला ने आज जिले का दौरा कर धान खरीदी और पीडीएस प्रणाली के कार्यों का निरीक्षण किया गया।
खाद्य संचालक श्री शुक्ला ने लिंगियाडीह स्थित छ०ग० स्टेट वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन के गोदाम का निरीक्षण किया गया। गोदाम में भण्डारित चावल की गुणवत्ता का निरीक्षण किया। गोदाम में भण्डारित 02 माह के सार्वजनिक वितरण प्रणाली के चावल की उपलब्धता का निरीक्षण किया गया। गोदाम में उपलब्ध चावल शासन द्वारा निर्धारित गुणवत्ता के अनुरूप एवं गोदाम से संलग्न उ०मू० दुकान अनुसार 02 माह के सार्वजनिक वितरण प्रणाली चावल का भंडारित होना पाया गया।
श्री शुक्ला इसके बाद सेन्दरी पहुंचे और धान उपार्जन केन्द्र का निरीक्षण किया गया। आज की स्थिति में उपार्जन केन्द्र में उपार्जित धान की मात्रा 39,585 क्विंटल, जारी डी०ओ० की मात्रा 22160 क्विंटल एवं उपार्जन केन्द्र में उठाव 56 प्रतिशत होना पाया गया। केन्द्र में धान विक्रय करने हेतु आये किसानों से चर्चा की गई। रैण्डम रूप से बोरो का तौल कर वजन की जाँच की गई। आर्द्रतामापी यंत्र द्वारा नमी की मात्रा की जाँच की गई, जो कि निर्धारित मानकों के अनुरूप पाया गया। शासन द्वारा निर्धारित गुणवत्ता के अनुरूप धान उपार्जन करने के निर्देश केन्द्र प्रबंधक और प्रभारी को दिये गए।
धान उपार्जन केन्द्र बिरकोना का भी निरीक्षण किया गया। वर्तमान में उपार्जन केन्द्र में उपार्जित धान की मात्रा 28,532 क्विंटल, जारी डी०ओ० की मात्रा 17,500 क्विं० एवं उपार्जन केन्द्र में उठाव का प्रतिशत 61.33 होना पाया गया। उपार्जन केन्द्र बिरकोना में विगत खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में 2388 क्विंटल धान (5.7 प्रतिशत) का शॉर्टेज था। कलेक्टर महोदय द्वारा विगत वर्ष केन्द्र में पदस्थ प्रबंधक एवं समस्त स्टॉक को हटाए जाने के निर्देश दिये जाने के पश्चात् प्रबंधक को हटाते हुए पूर्व वर्ष में पदस्थ लिपिक को ही प्रबंधक का प्रभार सौंपा जाना पाया गया।
निरीक्षण के दौरान विगत वर्ष के प्रबंधक देवारी लाल यादव पिता कार्तिक राम यादव मौके पर उपस्थित पाये गये। उनके द्वारा 09 कृषकों का टोकन प्राप्त किया गया था, जो निम्नानुसार कृषको के थे – नंद किशोर, रामधन, कृष्ण कुमार द्विवेदी, अमित द्विवेदी, ईश्वर प्रसाद बरेठ, सुशीला रूद्रकर, आनंद यादव, बहोरन पिता विजय तथा मिलिंद पिता नंदकिशोर। पूर्व प्रबंधक द्वारा बताया गया है कि वे उपरोक्त कृषकों के रकबे में अधिया/रेगहा का कार्य सम्पादित करते है। खाद्य विभाग एवं विपणन संघ के कर्मचारियों को उपार्जन केन्द्र बिरकोना के तत्काल भौतिक सत्यापन पूर्ण करने के निर्देश दिये गये हैं।