खदान धंसने

joharcg.com हाल ही में एक दुखद हादसा सामने आया, जिसमें एक खदान धंसने के कारण 2 ग्रामीणों की मौत हो गई। यह घटना मंगलवार सुबह हुई, जब कुछ ग्रामीण खदान के पास काम कर रहे थे। अचानक खदान का मलबा गिरने से दोनों ग्रामीण उसमें दब गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

स्थानीय प्रशासन और बचाव दल ने घटनास्थल पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया, लेकिन दोनों की जान नहीं बचाई जा सकी। मृतकों की पहचान गांव के 45 और 38 वर्षीय पुरुषों के रूप में हुई है।

यह हादसा इलाके में हड़कंप मचा गया और ग्रामीणों ने इस प्रकार के हादसों को रोकने के लिए कड़ी सुरक्षा उपायों की मांग की है। स्थानीय अधिकारियों ने घटना की जांच शुरू कर दी है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

इस हादसे ने खदानों की सुरक्षा मानकों की फिर से समीक्षा करने की आवश्यकता को रेखांकित किया है।

सरगुजा।  जिले के कुन्नी पुलिस चौकी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम जमदरा में छुई मिट्टी की खदान के धंस जाने से दो ग्रामीण अंदर दब गए। जब तक दोनों को बाहर निकाला गया, दोनों की मौत हो गई थी। नए वर्ष के पहले दिन दो ग्रामीणों की मौत से गांव में शोक है। घटना लखनपुर थाना क्षेत्र की है।

जानकारी के मुताबिक, बुधवार सुबह ग्राम जमदरा निवासी हीरामन यादव अपने साथी शिवा यादव के साथ गांव से करीब एक किलोमीटर दूर छुई खदान में छुई मिट्टी लेने के लिए गए थे। दोनों छुई मिट्टी निकालने के लिए बने सुरंग के अंदर घुसकर छुई मिट्टी निकाल रहे थे। छुई मिट्टी निकालने के दौरान खदान का ऊपरी हिस्सा धंस गया। दोनों मलबे में दब गए।

खदान को धंसता देख पास में मौजूद ग्रामीण ने इसकी सूचना ग्रामीणों को दी। ग्रामीण मौके पर पहुंचे और मलवा हटाकर दोनों को बाहर निकाला, तब तक उनकी सांसें थम चुकी थीं। सूचना पर कुन्नी पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पंचनामा के बाद पोस्टमॉर्टम करा परिजनों को सौंप दिया है। नववर्ष के पहले दिन हुए हादसे से गांव में शोक है।

छुई मिट्टी की खदानें दबने की घटनाएं सरगुजा और सूरजपुर जिलों में पहले भी हो चुकी हैं। सरगुजा के ग्रामीण इलाकों में छुई मिट्टी घरों की पोताई के लिए उपयोग में आती है। छुई मिट्टी की ज्यादातर खदानें नालों और नदियों के किनारे बनी हैं, जहां गहराई से छुई मिट्टी निकाली जाती है।

Shyam Bihari Jaiswal Archives – JoharCG