joharcg.com कच्छ में एक संदिग्ध बीमारी ने तबाही मचा दी है, जिसमें चार दिनों के भीतर 12 लोगों की मौत हो गई है। इस अचानक फैलती बीमारी के कारण क्षेत्र में हड़कंप मच गया है, और स्थानीय प्रशासन ने स्वास्थ्य संकट को नियंत्रित करने के लिए तात्कालिक उपाय किए हैं।
बीमारी के लक्षण अचानक तेज बुखार, कमजोरी और शरीर में दर्द के रूप में सामने आए हैं। संक्रमित व्यक्तियों की मौत के बाद, स्वास्थ्य विभाग ने एक आपातकालीन टीम तैनात की है, जो स्थिति का विश्लेषण और उपचार कर रही है। डॉक्टरों और स्वास्थ्य अधिकारियों ने प्रभावित क्षेत्रों में जांच के लिए विशेष चिकित्सा शिविर लगाए हैं, और लोगों को इस बीमारी के लक्षणों से सावधान रहने की सलाह दी है।
स्थानीय नागरिकों ने बीमारी के तेजी से फैलने और इसके प्रभाव को लेकर चिंता जताई है। प्रशासन ने संक्रमित क्षेत्रों को क्वारंटाइन कर दिया है और लोगों से अपील की है कि वे स्वास्थ्य अधिकारियों की सलाह का पालन करें और संक्रमित व्यक्तियों से संपर्क से बचें।
इस संदिग्ध बीमारी के कारण क्षेत्र में असामान्य रूप से अधिक मौतें हुई हैं, और इसके कारणों का पता लगाने के लिए नमूने एकत्र किए जा रहे हैं। स्थानीय स्वास्थ्य विभाग ने जांच की प्रक्रिया को तेज कर दिया है और इसके परिणामों की प्रतीक्षा की जा रही है।
इस संकट के मद्देनजर, राज्य सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक राहत कार्य शुरू कर दिए हैं और चिकित्सा आपूर्ति की व्यवस्था की है। नागरिकों को भी इस स्थिति से निपटने के लिए हर संभव सहयोग देने की सलाह दी गई है।
जरात के कच्छ में संदिग्ध बीमारी ने कहर बरपाया है. कच्छ के लखपत तहसील में संदिग्ध बीमारी की वजह से सूबे में 12 लोगों की मौत हो चुकी है. एक के बाद हुई मौतों से इलाके में दहशत का माहौल है. घटना की जानकारी मिलने के बाद डॉक्टरों की जांच टीम लखपत तहसील में कैंप कर रही है. मरने वालों के परिवार के सैंपल के अलावा ज्यादातर बीमार ग्रामीणों के सैंपल लिए जा रहे हैं.
स्थानीय जिला पंचायत सदस्य मिनाबा देशूभा जडेजा ने एक लेटर जारी करके कहा हैं कि लखपत के तहसील के बेखडा, सांध्रो, मोरगर, मेडी, भरावांढ, वालावारी, लाखापार इन सभी गांवों में पिछले 4 दिनों में संदिग्ध बीमारी के चलते 12 लोगों की मौत हो चुकी है और काफी लोग बीमार हैं. इस पूरे मामले में उन्होंने जिला प्रशासन से मामले की गंभीरता को देखते हुए आवश्यक कदम उठाने की मांग की है.
वहीं, कच्छ जिला कांग्रेस अध्यक्ष यजुवेंद्र सिंह जाडेजा ने सरकार और प्रशासन से इस मामले में गंभीरता पूर्वक देखने का अनुरोध किया है. साथ ही जल्द से जल्द लोगों का इलाज हो और इस संदिग्ध बीमारी से किसी और की मौत न हो इसको लेकर सरकार से विशेष हेल्थ सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की है.
जिला कलेक्टर अमित अरोड़ा ने कहा कि मामले की सूचना मिलते ही हमने हेल्थ विभाग की टीमें को गांव में भेज दी गई है. इसके अलावा प्राथमिक इलाज, घर-घर सर्वे भी किया जा रहा है. जो लोग अस्पताल में भर्ती थे उनके सैंपल लिए गए हैं. आसपास के गांव के लोगों के भी सैंपल लिए गए हैं. साथ ही कुछ डॉक्टरों को तत्काल प्रभाव से वहां प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया है.
राज्य सरकार ने राजकोट से भी एक विशेष डॉक्टरों की टीम भेजी है, जो गांव में जाकर पता लगाएगी की संदिग्ध बीमारी की वजह क्या है. गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा, कच्छ के लखपत में संदिग्ध बीमारियों के चलते 12 लोगों की मौत का मामला सामने आया है. मौत की वजह जानने के लिए राजकोट PDU हॉस्पिटल और अदानी इंस्टीट्यूट से विशेषज्ञों की एक टीम भेजी गई है. टीम मौत के कारणों का पता लगाकर दो दिन के अंदर राज्य सरकार को रिपोर्ट सौंपेगी. फिलहाल, वहां बीमार लोगों के इलाज के लिए डॉक्टरों की विशेष टीम भेजी गई है.