joharcg.com छत्तीसगढ़ के प्रमुख पत्रकार मुकेश चन्द्रकार की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता प्राप्त की है। हत्या के मुख्य आरोपी सुरेश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस हत्याकांड ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया था और पत्रकारों के लिए एक चेतावनी की तरह सामने आया था। सुरेश की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने हत्या की सटीक जांच के रास्ते खोल दिए हैं और मामले में अब तक की जानकारियाँ भी सामने आने लगी हैं।
मुकेश चन्द्रकार, जो एक स्थानीय समाचार पत्र के लिए काम कर रहे थे, को पिछले महीने उनके घर के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के कारणों की जांच करते हुए पुलिस ने सुरेश पर संदेह जताया था, जो एक पुराने विवाद से जुड़ा हुआ था। जांच के दौरान पुलिस ने सुरेश के खिलाफ कई अहम साक्ष्य पाए, जिससे उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित हो सकी।
पुलिस अधीक्षक ने इस गिरफ्तारी को एक बड़ी उपलब्धि बताया है और कहा है कि यह हत्या की गुत्थी को सुलझाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने यह भी बताया कि सुरेश और मुकेश के बीच कुछ व्यक्तिगत और पेशेवर विवाद थे, जो इस हत्या का कारण बने।
सुरेश की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने हत्या के मामले में और भी कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त की हैं। अब यह जांच आगे बढ़ने की दिशा में है और पुलिस इस मामले के सभी पहलुओं की गहराई से जांच कर रही है।
इस घटना के बाद राज्य के पत्रकार समुदाय में चिंता और आक्रोश व्याप्त हो गया था। पत्रकारों ने सुरेश की गिरफ्तारी को एक सकारात्मक कदम माना है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें अपनी सुरक्षा को लेकर और सतर्क रहने की जरूरत है।
सरकार ने भी इस मामले में सख्त कार्रवाई की बात की है और यह सुनिश्चित करने का वादा किया है कि भविष्य में पत्रकारों के खिलाफ ऐसी घटनाएं न हों। पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर प्रदेश में नए कदम उठाए जाने की उम्मीद जताई जा रही है।
मुकेश चन्द्रकार की हत्या एक गंभीर मामला था, और सुरेश की गिरफ्तारी ने इस मामले में न्याय की उम्मीद जगाई है। अब पुलिस इस हत्या के सभी पहलुओं की जांच कर रही है, ताकि सच्चाई सामने आ सके और अपराधियों को सजा मिल सके।
रायपुर। बीजापुर में पत्रकार मुकेश चन्द्रकार मर्डर केस में एसआईटी ने बड़ी कार्रवाई की है. एसआईटी की टीम ने रविवार की देर रात मुख्य आरोपी सुरेश चन्द्रकार को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया है. अब आरोपी को पुलिस हैदराबाद से बीजापुर लाएगी. आरोपी को से पुलिस पूछताछ करेगी। बीजापुर एसपी से मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपी को हैदराबाद से पकड़ा गया है और अब उससे पूछताछ की जाएगी।
पत्रकार मुकेश चन्द्रकार की हत्या के मामले में अब मुख्य आरोपी समेत चार की गिरफ्तारी हो चुकी है. इससे पहले पुलिस ने तीन संदेहियों को पकड़ा था. इनमें रितेश चन्द्रकार को रायपुर एयरपोर्ट से पकड़ा गया, वहीं अन्य संदेही सुपरवाइजर महेन्द्र रामटेके और दिनेश चन्द्रकार को बीजापुर से पकड़ा गया।
बस्तर रेंज आईजी पी सुंदरराज ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि एक जनवरी की रात के लगभग 8.30 बजे से मुकेश चन्द्रकार के घर से लापता होने पर उनके बड़े भाई युकेश चंद्राकर ने बीजापुर कोतवाली थाना में 2 जनवरी के गुम इंसान दर्ज कराया था। बीजापुर पुलिस अधीक्षक ने एएसपी युलैंडन यार्क के नेतृत्व में थाना प्रभारी कोतवाली बीजापुर निरीक्षक दुर्गेश शर्मा समेत अन्य अधिकारियों की तीन टीम का गठन गुम इंसान पतासाजी हेतु की गई.
जांच के दौरान पूछताछ के बाद संदेह में आए व्यक्तियों की CDR एवं लोकेशन लिये गये. मृतक के लास्ट लोकेशन के आधार पर 2 जनवरी को रात में ही चट्टान पारा स्थित ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार के बाड़ा के सभी रूम को खुलवाकर चेक किया गया. तकनीकी साक्ष्य एवं पूछताछ के माध्यम से प्राप्त जानकारी के अनुसार अलग-अलग जगहों पर खोजबीन की गई।
3 जनवरी को मुकेश चन्द्रकार के सकुशल पतासाजी के हरसंभव प्रयास किए गए. अनहोनी के आशंका को भापते हुऐ सुरेश चन्द्रकार के बाड़ा में बैडमिंटन कोर्ट में नये फ्लोरिंग हुए सेप्टिक टैंक को देखकर हालात से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते हुऐ दोपहर लगभग 2.30 बजे तहसीलदार एवं एफएसएल टीम की मौजूदगी में नये फ्लोरिंग स्थान को जेसीबी की मदद से तोड़कर पुराने संरचना में से टैंक के ढक्कन को खोला गया।
सेप्टिक टेंक का ढक्कन खोलने पर टेंक से एक पुरुष का शव दिखा जिसके हाथ में बने टेटू से शव का शिनाख्त गुम इंसान पत्रकार मुकेश चन्द्रकार के रूप में हुई. फॉरेंसिक टीम द्वारा शव पंचनामा के दौरान प्रथम दृष्टया से पाया गया मृतक की सिर, पीठ, पेट एवं सीने में कठोर एवं ठोस हथियार से वार किया गया था. शव पंचनामा के पश्चात 4 जनवरी को पोस्टमार्टम किया गया. प्रकरण में थाना बीजापुर में बीएनएस की धारा 103, 238, 61, 3(5) के तहत् अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।
इसके पहले 3 जनवरी को संदेही को पकड़ने के लिए गठित एक टीम को रायपुर के लिए भेजा गया. घटना के संदेही रितेश चन्द्रकार को रायपुर एयरपोर्ट से पकड़ा गया एवं घटना के अन्य संदेही महेन्द्र रामटेके (सुपरवाईजर) एवं दिनेश चन्द्रकार को बीजापुर से पकड़ा गया. तीनों आरोपियों से पूछताछ के साथ घटना में प्रयुक्त आलाजरब की बरामदगी की कार्रवाई की जा रही है।
पूछताछ और जांच में यह बातें खुलकर आई है कि पत्रकार मुकेश चन्द्रकार और रितेश चन्द्रकार रिश्ते में भाई लगते थे. दोनों में पारिवारिक एवं सामाजिक विषयों को लेकर आपस में बातचीत होते रहती थी. एक जनवरी को रात लगभग 8 बजे मृतक मुकेश चन्द्रकार और आरोपी रितेश चन्द्रकार के बीच मोबाइल पर बातचीत हुई। इसके बाद मृतक मुकेश चन्द्रकार आरोपी रितेश चन्द्रकार के बीजापुर की चट्टान पारा स्थित ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार के बाड़े में पहुंचा. खाने खाने के दौरान आरोपी रितेश चन्द्रकार और मुकेश चन्द्रकार से पारिवारिक सबंध होने के बावजूद काम में बाधा डालने की बात को लेकर बहस हुई।
इस दौरान आरोपी रितेश चन्द्रकार ने सुनियोजित तरीके से बाड़े में उपस्थित सुपरवाइजर महेन्द्र रामटेके के साथ मिलकर मुकेश चन्द्रकार के सिर, छाती, पेट एवं पीठ पर लोहे के रॉड से वार किया. दोनों आरोपियों के द्वारा किए गए हमले से मुकेश चन्द्रकार की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई. मृत्यु के पश्चात उसके शव को ठिकाने लगाने के उद्देश्य से शरीर को पास के सेप्टीक टेंक में डाल दिया एवं उसे स्लेब के ढक्कन से बंद कर दिया।
इसके बाद आरोपी रितेश चन्द्रकार ने जगदलपुर में अपने बड़े भाई सुरेश चन्द्रकार एवं अन्य परिजनों के साथ मौजूद अपने बड़े भाई दिनेश चन्द्रकार से संपर्क कर घटना के बारे में जानकारी देकर बोदली की ओर रवाना हुआ. इस दौरान दिनेश चन्द्रकार तुरंत जगदलपुर से निकलकर बोदली पहुंचा. रितेश चन्द्रकार, महेन्द्र रामटेके और दिनेश चन्द्रकार की मुलाकात बोदली में हुई तथा घटना के सबंधित साक्ष्यों को मिटाने हेतु साजिश रचा गया।
आरोपी रितेश चन्द्रकार,महेन्द्र रामटेके एवं दिनेश चन्द्रकार द्वारा प्रयुक्त हथियार एवं मृतक के मोबाइल को ठिकाने लगाने के लिए अलग-अलग जगह गए. उसके बाद रितेश चन्द्रकार द्वारा अपने बड़े भाई दिनेश चन्द्रकार को सेप्टिक टेंक को प्लास्टर करने के लिए बताकर अपने बड़े भाई ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार की गाड़ी से रायपुर के लिए रवाना हो गया. इसके बाद रितेश चन्द्रकार 2 जनवरी की शाम को रायपुर से नई दिल्ली के लिए चला गया।
2 जनवरी की सुबह दिनेश चन्द्रकार ने चट्टान पारा स्थित सुरेश चन्द्रकार के बाड़े में स्थित घटनास्थल में सेप्टिक टेंक (जहां पर मृतक मुकेश चन्द्रकार के शव को हत्या के पश्चात छुपाया गया) की नए सिरे से सीमेंट फ्लोरिंग से की. इस मामले में अब तक तीन आरोपी रितेश चन्द्रकार, दिनेश चन्द्रकार और महेन्द्र रामटेके को पुलिस गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है. मामले की अग्रिम विवेचना के लिए एएसपी आईपीएस मयंक गुर्जर के नेतृत्व में गठित की 11 सदस्यीय SIT टीम को सौंपा गया।