Joharcg.com छत्तीसगढ़ के सुकमा में जवना की गोली से मृत 4 जवानों में 3 जवान बिहार और 1 पश्चिम बंगाल से हैं। तीन घायलों में से दो को रायपुर एयरलिफ्ट किया जा रहा है और एक का भद्राचलम में इलाज चल रहा है। आईजी सीआरपीएफ, एडिशनल एसपी कोंटा लिंगनपल्ली कैंप पहुंच चुके हैं। आईजी बस्तर, कलेक्टर सुकमा और एसपी सुकमा भी मौके पर जाएंगे।
आरोपी जवान रितेश रंजन को सुबह 04:00 बजे से अपनी संतरी ड्यूटी करनी थी। ड्यूटी के लिए तैयार होने के बाद उसने बैरक में सो रहे अन्य जवानों पर अंधाधुंध गोलियां चला दीं। मृत जवानों में धनजी, राजीव मंडल, राजमणि कुमार यादव और धर्मेंद्र के.आर. शामिल हैं। वहीं धनंजय केआर सिंह, धर्मात्मा कुमार और मलय रंजन महाराणा का इलाज चल रहा है।
हाल ही में बिहार और पश्चिम बंगाल की सीमा पर एक दर्दनाक घटना घटित हुई, जिसमें एक जवान की गोली लगने से मौत हो गई। इस घटना ने दोनों राज्यों की सुरक्षा बलों के बीच तनाव पैदा कर दिया है और जांच की दिशा में गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
घटना के अनुसार, बिहार-पश्चिम बंगाल सीमा पर तैनात एक जवान की गोली से उसकी मौत हो गई। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, यह गोलीबारी एक संयोगवश या किसी विवाद के कारण हो सकती है। स्थानीय अधिकारियों ने घटना की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच का आदेश दिया है।
जवान की मौत के बाद, सीमा क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और उच्च अधिकारियों द्वारा मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। बताया जा रहा है कि जांच में यह पता लगाया जाएगा कि गोलीबारी का कारण क्या था – यह कोई जानबूझकर की गई कार्रवाई थी या किसी प्रकार की दुर्घटना। इसके साथ ही, इस घटना के पीछे किसी भी प्रकार की सुरक्षा चूक या लापरवाही की जांच की जाएगी।
स्थानीय लोगों और सुरक्षा बलों के अनुसार, घटना के समय सीमा क्षेत्र में सामान्य स्थिति थी और अचानक गोली चलने से सभी चौंक गए। इस प्रकार की घटना से दोनों राज्यों के सुरक्षा बलों के बीच समन्वय और सतर्कता पर भी सवाल उठते हैं। इस घटना के बाद, क्षेत्र में सुरक्षा उपायों को और भी सख्त कर दिया गया है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
जवान की मौत की खबर सुनते ही उनके परिवार और साथी जवानों में शोक की लहर दौड़ गई है। स्थानीय प्रशासन ने मृतक जवान के परिवार को सांत्वना देने के साथ ही, उन्हें हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।
इस घटना ने सुरक्षा बलों और सीमा पर तैनात जवानों के बीच बेहतर संचार और समन्वय की आवश्यकता को फिर से उजागर किया है। जांच पूरी होने के बाद, इस घटना के कारणों और जिम्मेदार लोगों के बारे में अधिक जानकारी सामने आएगी।आशा की जाती है कि इस जांच से भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे और सीमा पर सुरक्षा को और भी मजबूत किया जाएगा।