Sogra Aghor Aashram

सोग्रा अघोर आश्रम , जशपुर नगर से लगभग 18 किलोमीटर दूर स्थित है। इसमें अवधूत भगवान श्रीराम का मंदिर है। कई शहरों से लोग इस ऐतिहासिक जगह पर आते हैं और वे भगवान अघोरेवश्वर के बारे में जीवनी जानना चाहते हैं और वे अपने जीवन में अनुकरण करना चाहते है |

कैसे पहुंचें:

हवाई मार्ग द्वारा

जशपुर से निकटतम हवाई अड्डा रांची है। कोलकाता, दिल्ली, पटना, मुंबई, वाराणसी, लखनऊ और काठमांडू जैसे विभिन्न स्थानों पर रांची से नियमित उड़ानें हैं।

ट्रेन द्वारा

जशपुर से निकटतम रेलवे स्टेशन रांची और अंबिकापुर है। जशपुर से लगभग 150 किमी दूर रांची रेलवे स्टेशन है |

सड़क के द्वारा

जशपुर सडक मार्ग द्वारा रायगढ़, अंबिकापुर, रांची के साथ जुड़ा हुआ है। सोग्रा अघोर आश्रम , जशपुर नगर से लगभग 18 किलोमीटर दूर स्थित है।

आश्रम का इतिहास

सोग्रा अघोर आश्रम (Sogra Aghor Aashram) की स्थापना अघोर बाबा के अनुयायियों द्वारा की गई थी, जो आध्यात्मिक ज्ञान और साधना के लिए समर्पित हैं। अघोर परंपरा का उद्देश्य आत्मा के वास्तविक स्वरूप को पहचानना और जीवन के गहरे रहस्यों को समझना है। यहाँ आने वाले भक्त और साधक इस आश्रम में साधना करते हैं और अपने जीवन में शांति और संतोष की खोज करते हैं।

स्थान और वातावरण

सोग्रा अघोर आश्रम जशपुर जिले के प्राकृतिक सौंदर्य से घिरा हुआ है। यहाँ का वातावरण शांति और सुकून प्रदान करता है, जो साधना के लिए अनुकूल है। आश्रम के चारों ओर हरियाली और पहाड़ियों का दृश्य भक्तों को एक अद्भुत अनुभव प्रदान करता है। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और शांति साधकों को ध्यान और साधना में मदद करती है।

गतिविधियाँ और साधना

आश्रम में विभिन्न प्रकार की साधना और ध्यान सत्र आयोजित किए जाते हैं। यहाँ के साधक और भक्त नियमित रूप से ध्यान करते हैं, मंत्र जाप करते हैं और अघोर परंपरा के अनुसार पूजा-अर्चना करते हैं। आश्रम में विशेष अवसरों पर धार्मिक अनुष्ठान और समारोह भी आयोजित किए जाते हैं, जिसमें स्थानीय समुदाय के लोग भी भाग लेते हैं।

सामाजिक योगदान

सोग्रा अघोर आश्रम केवल एक धार्मिक स्थल नहीं है, बल्कि यह समाज सेवा में भी सक्रिय है। आश्रम द्वारा समय-समय पर गरीबों और जरूरतमंदों के लिए खाद्य वितरण, चिकित्सा शिविर और शिक्षा कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। यह आश्रम समाज में जागरूकता फैलाने और लोगों की भलाई के लिए काम करता है।

निष्कर्ष

सोग्रा अघोर आश्रम, जशपुर एक अद्वितीय धार्मिक और आध्यात्मिक स्थल है, जहाँ लोग आत्मिक शांति की खोज में आते हैं। यहाँ का वातावरण, साधना की गतिविधियाँ और सामाजिक योगदान इसे एक महत्वपूर्ण स्थान बनाते हैं। यदि आप छत्तीसगढ़ में हैं, तो इस आश्रम का दौरा करना न भूलें, जहाँ आपको ध्यान और साधना के माध्यम से आत्मिक अनुभव प्राप्त होगा।