joharcg.com हाल ही में एक अजीब और चर्चा का विषय बनने वाली घटना सामने आई, जब एक नवजात बच्ची, एलिजा, का जन्म के कुछ ही दिनों बाद जाति प्रमाण पत्र तैयार कर दिया गया। यह घटना क्षेत्र में चर्चा का कारण बन गई है, और लोग इसे लेकर हैरान हैं कि एक नवजात के लिए इतनी जल्दी दस्तावेज कैसे जारी किया गया।
यह घटना एक सरकारी कार्यालय से जुड़ी हुई है, जहां जन्म प्रमाण पत्र के तुरंत बाद ही जाति प्रमाण पत्र भी बना दिया गया। इसे लेकर कई सवाल उठने लगे हैं, क्योंकि आमतौर पर जाति प्रमाण पत्र बनने में समय लगता है और इसमें कुछ प्रक्रियाओं का पालन करना होता है।
स्थानीय प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और यह स्पष्ट किया है कि यदि कोई गलत प्रक्रिया अपनाई गई है तो आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। हालांकि, इस घटना के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन यह घटना सरकारी प्रक्रिया में पारदर्शिता और अनुशासन की अहमियत को लेकर सवाल खड़े करती है।
स्थानीय लोग इस मामले को लेकर चर्चा कर रहे हैं और इस पर अधिकारियों से स्पष्टता की उम्मीद कर रहे हैं।
बीजापुर 03 जनवरी 2025/ कलेक्टर संबित मिश्रा के विशेष पहल पर नवजात शिशुओं को 4 प्रकार की विशेष सुविधाएं प्रदान की जा रही है जिससे जिले के सभी पालकों में खुशी का लहर है। प्रशासन द्वारा नवजात शिशुओं के जन्म के तुरंत बाद जन्म प्रमाण पत्र, राशन कार्ड में नाम प्रविष्टि, आधार कार्ड एवं स्थाई जाति प्रमाण पत्र सुगमतापूर्वक उपलब्ध कराया जा रहा है। जिससे पालकों ने अपनी-अपनी सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त कर जिला प्रशासन का आभार व्यक्त कर रहे हैं।
तुमनार निवासी पाण्डु तेलम ने बताया कि उनकी पुत्री एलिजा तेलम का जन्म 08 अक्टूबर 2024 को हुआ जिसका जन्म प्रमाण पत्र जारी होने के तुरंत बाद 16 दिसम्बर को जाति प्रमाण पत्र का आवेदन अपलोड हुआ और 14 दिसम्बर को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बीजापुर द्वारा स्थाई जाति प्रमाण पत्र अनुमोदन उपरांत जारी हो गया।
पाण्डु तेलम ने बताया कि जिला प्रशासन के इस विशेष पहल से विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र के पालकों एवं जो पालक ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं हैं अथवा शासकीय कार्यालयों के गतिविधि से परिचित नहीं हैं उनके लिए बहुत ही लाभदायक है। क्योकि बच्चों के प्रमाण पत्र बनाने में कार्यालयों का चक्कर काटना अपने काम, धंधा, रोजी-रोटी को छोड़कर प्रमाण पत्र बनवाने के लिए काफी मशक्कत करना पड़ता है इन सब समस्याओं से छुटकारा मिलेगा
वहीं बच्चों की पढ़ाई छात्रवृत्ति सहित अन्य शासकीय योजनाओं से जुड़ने में भी सुगमता होगी। प्रशासन की पहुंच हमारे ग्रामीण परिवेश और हमारे परिवार तक होने से हमें सुगमतापूर्वक इन योजनाओं का लाभ मिल रहा है। यह जिला प्रशासन का बहुत ही सार्थक पहल है। कलेक्टर महोदय को इसके लिए पाण्डु तेलम ने हृदय से आभार व्यक्त किया।