joharcg.com रायपुर, 17 जनवरी 2025: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां नक्सलियों ने कथित तौर पर जनअदालत लगाकर एक ग्रामीण की निर्मम हत्या कर दी। यह घटना उस समय हुई जब ग्रामीण पर नक्सलियों के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया गया था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह घटना बस्तर जिले के एक दूरदराज के गांव में घटी, जहां नक्सलियों ने ग्रामीणों को एकत्रित कर “जनअदालत” का आयोजन किया और आरोपित ग्रामीण को दोषी ठहराते हुए उसे फांसी पर लटका दिया। मृतक के परिजनों ने नक्सलियों के इस कृत्य की कड़ी निंदा की है और प्रशासन से जल्द न्याय की मांग की है।
मृतक का नाम रामकृष्ण यादव था, जो एक स्थानीय किसान था। उसके खिलाफ नक्सलियों ने आरोप लगाया था कि वह पुलिस के साथ संपर्क में था और उनकी गतिविधियों की सूचना दे रहा था। जनअदालत में उसे बिना किसी ठोस प्रमाण के दोषी ठहराया गया और उसकी हत्या कर दी गई।
पुलिस प्रशासन ने इस घटना की गंभीरता को समझते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है। घटनास्थल पर सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है और आसपास के इलाकों में नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया गया है।
स्थानीय नागरिकों ने इस हत्या की कड़ी निंदा करते हुए नक्सलवाद के खिलाफ आवाज उठाई है। प्रशासन ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे नक्सलियों के खिलाफ साहसिक कदम उठाएं और प्रशासन की मदद करें।
बीजापुर। बीजापुर जिले में नक्सलियों ने जनअदालत लगाकर एक ग्रामीण को फांसी की सजा दी है। नक्सलियों ने मृतक ग्रामीण हपका रेकाल पर मुखबिरी का आरोप लगाया है। वहीं नक्सलियों ने शव के पास पर्चा भी फेंका है। इस हत्या की जिम्मेदारी भैरमगढ़ एरिया कमेटी ने ली है। पूरा मामला मिरतुर थाना क्षेत्र के हल्लुर गांव का है।
वहीं बीजापुर में जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ थम गई है। इस दौरान लगभग ढाई हजार जवान मोर्चे पर तैनात थे। मुठभेड़ के दौरान जवानों ने पूरी रात जंगल में बिताई। वहीं मुठभेड़ के बाद जवानों की वापसी भी शुरू हो गई है। दो तरफ से जवानों की वापसी हो रही है। कोंडापल्ली से नक्सलियों के कुछ शव भी लाए जाएंगे।