joharcg.com राजस्व मंत्री श्री टंक राम वर्मा ने आगामी 5 एवं 6 अक्टूबर को धमतरी जिले के रविशंकर सागर बांध गंगरेल में जल एवं पर्यावरण संरक्षण के तहत आयोजित जल-जगार कार्यक्रम के लिए जिले एवं प्रदेश के सभी लोगों को सहभागिता सुनिश्चित करने की अपील की है। जल-जगार कार्यक्रम के तहत मैराथन दौड़, नवरात्रि मेला, कॉर्निवॉल, रूद्राभिषेक, इन्टरनेशनल कॉन्फ्रेंस, कबाड़ से जुगाड़, मानव वन में एडवेेंचर सहित अनेक गतिविधियां होंगी।
हाफ मैराथन तीन श्रेणियों में आयोजित होगा, इसमें गंगरेल हाफ मैराथन, एन्डुरन्स रन और वॉकेथॉन शामिल है। हाफ मैराथन में हिस्सा लेने के इच्छुक वेबसाईट https://www.jaljagar.com/ में जाकर क्यू.आर. कोड स्कैन कर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं और इस संबंध में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। इसमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त विजेताओं को पुरस्कार मिलेगा। रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 25 सितम्बर है।
गौरतलब है कि गंगरेल हाफ मैराथन के तहत 21.1 किलोमीटर का मैराथन सुबह 5.30 बजे से होगा। इसमें 18 से 29 वर्ष, 30 से 49 वर्ष तक की आयु वर्ग तथा 50 वर्ष से अधिक आयु के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जाएगा। इसमें प्रथम पुरस्कार 10 हजार रूपये, द्वितीय पुरस्कार 7500 रूपये तथा तृतीय पुरस्कार 5 हजार रूपये है। इसी तरह एन्डुरन्स रन के तहत 10 किलोमीटर का मैराथन सुबह 6.15 बजे से आयोजित होगा।
इसमें 15 से 29 वर्ष, 30 से 49 वर्ष तक की आयु तथा 50 वर्ष से अधिक आयु के प्रतिभागी हिस्सा लेंगे। इसमें प्रथम पुरस्कार 6 हजार रूपये, द्वितीय पुरस्कार 3 हजार रूपये और तृतीय पुरस्कार 2 हजार रूपये रखा गया है। इसके साथ ही पारिवारिक मनोरंजन के लिए वॉकेथॉन के तहत 5 किलोमीटर का मैराथन सुबह 6.30 बजे से होगा। इसमें पुरूष और महिला दोनों श्रेणियों के लिए अलग-अलग पुरस्कार प्रदाय किए जाएंगे।
मंत्री टंक राम वर्मा ने कहा कि जल एक अत्यंत आवश्यक संसाधन है, और इसके संरक्षण के लिए समाज में जागरूकता फैलाना अत्यंत जरूरी है। उन्होंने बताया कि इस महोत्सव के माध्यम से सरकार का उद्देश्य लोगों को जल के महत्व के बारे में समझाना और जल संरक्षण के उपायों पर चर्चा करना है।
जल-जागर महोत्सव में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा, जिनमें कार्यशालाएं, सेमिनार, और जल संरक्षण से संबंधित प्रदर्शनी शामिल हैं। मंत्री ने बताया कि इस महोत्सव में विद्यालयों, कॉलेजों, और विभिन्न सामाजिक संगठनों के छात्रों और सदस्यों को आमंत्रित किया जाएगा, ताकि वे जल संरक्षण के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझें।
मंत्री ने कहा कि जल-जागर महोत्सव केवल सरकारी आयोजन नहीं है, बल्कि इसमें समाज के हर वर्ग की भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने स्थानीय नागरिकों, स्कूलों, और संगठनों से अपील की है कि वे इस महोत्सव में सक्रिय रूप से भाग लें और जल संरक्षण के लिए अपने विचार साझा करें।
वर्मा ने चेतावनी दी कि जल संकट एक गंभीर समस्या बनती जा रही है और इसके समाधान के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, “जल का सही उपयोग और संरक्षण न केवल हमारी आज की जरूरत है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी यह आवश्यक है।”