मंगल पर इंसानों की

joharcg.com मंगल ग्रह पर इंसानों को बसाने का सपना अब केवल विज्ञान कथा नहीं रहा, बल्कि एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स इसे हकीकत में बदलने की तैयारी कर रही है। दुनिया के सबसे महत्वाकांक्षी उद्यमियों में से एक, एलन मस्क ने अपने जीवन का बड़ा लक्ष्य यह बनाया है कि इंसान को एक “मल्टी-प्लैनेटरी स्पीशीज” बनाया जाए। इसके तहत स्पेसएक्स मंगल ग्रह पर मानव बस्तियों की योजना पर काम कर रही है, जो मानव इतिहास के सबसे बड़े और क्रांतिकारी प्रयासों में से एक माना जा रहा है।

एलन मस्क की योजना के मुताबिक, स्पेसएक्स 2020 के दशक के अंत तक मंगल ग्रह पर इंसानों को भेजने की तैयारी कर रहा है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए स्पेसएक्स ने कई क्रांतिकारी तकनीकों और अंतरिक्ष यानों का विकास किया है, जिनमें से सबसे महत्वपूर्ण है “स्टारशिप”। स्टारशिप एक पुन: उपयोगी अंतरिक्ष यान है, जिसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि वह बड़े पैमाने पर यात्रियों और माल को मंगल पर ले जा सके। मस्क का मानना है कि मानव सभ्यता को सुरक्षित रखने के लिए यह आवश्यक है कि इंसान केवल पृथ्वी पर निर्भर न रहें, बल्कि अन्य ग्रहों पर भी बसे।

मंगल पर मानव बसावट केवल एक वैज्ञानिक उपलब्धि नहीं होगी, बल्कि यह मानवता के अस्तित्व के लिए भी महत्वपूर्ण हो सकती है। पृथ्वी पर प्राकृतिक आपदाओं, जलवायु परिवर्तन या अन्य वैश्विक संकटों की संभावना को देखते हुए, मंगल पर एक वैकल्पिक घर होना भविष्य में इंसान के अस्तित्व को बचाने का एक महत्वपूर्ण उपाय हो सकता है।

एलन मस्क का मानना है कि अगर मानवता को दीर्घकालिक अस्तित्व बनाए रखना है, तो उसे एक से अधिक ग्रहों पर बसना होगा। मंगल ग्रह इसके लिए सबसे उपयुक्त विकल्प माना जा रहा है, क्योंकि वहां का वातावरण और भौगोलिक परिस्थितियाँ तुलनात्मक रूप से अनुकूल मानी जाती हैं।

हालांकि, मंगल पर इंसानों को बसाना बेहद चुनौतीपूर्ण कार्य है। मंगल पर कम वायुमंडल, कठोर तापमान, और पृथ्वी से दूरस्थता जैसी कई चुनौतियाँ हैं, जिनसे निपटने के लिए वैज्ञानिकों को नई और उन्नत तकनीकों का विकास करना होगा। स्पेसएक्स इन सभी चुनौतियों को ध्यान में रखकर काम कर रही है, और मस्क का दावा है कि यह संभव है कि अगले कुछ दशकों में इंसान मंगल पर रहने लायक तकनीकें विकसित कर लेगा।

स्पेसएक्स ने पहले ही अपने स्टारशिप प्रोटोटाइप की सफलतापूर्वक परीक्षण उड़ानें पूरी कर ली हैं। इसके अलावा, कंपनी की योजना मंगल पर जीवन की संभावना का पता लगाने और वहां जरूरी संसाधनों का अध्ययन करने के लिए पहले कुछ मानव रहित मिशन भेजने की है। इन मिशनों के तहत मंगल की सतह पर रहन-सहन के लिए जरूरी चीजों जैसे पानी, ऑक्सीजन, और खाद्य पदार्थों का उत्पादन करने की तकनीकों का परीक्षण किया जाएगा।

एलन मस्क का दीर्घकालिक लक्ष्य है कि एक समय ऐसा आए जब हजारों लोग मंगल पर जाकर बस सकें। उनकी योजना के मुताबिक, स्पेसएक्स एक दिन स्टारशिप की मदद से नियमित उड़ानों का संचालन करेगा, जो इंसानों और आवश्यक संसाधनों को मंगल तक ले जाएगा। मस्क के अनुसार, मंगल पर एक आत्मनिर्भर मानव बस्ती का निर्माण अगले 50 से 100 वर्षों में संभव हो सकता है।

मंगल ग्रह पर इंसानों की बसावट न केवल विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगी, बल्कि यह मानवता के लिए भी एक नई दिशा का संकेत देगी। इस परियोजना के सफल होने से न केवल अंतरिक्ष में इंसान के विस्तार की संभावनाएँ खुलेंगी, बल्कि इससे पृथ्वी पर मौजूद संसाधनों के दबाव को भी कम किया जा सकेगा।

एलन मस्क के इस सपने के साकार होने से मानवता का भविष्य नए और अनजान ग्रहों पर स्थापित हो सकता है, और यह हमारी सभ्यता को एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा।

वॉशिंगटन। एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स अगले दो वर्षों में मंगल ग्रह पर अपने सबसे बड़े रॉकेट स्टारशिप को भेजने की योजना बना रही है। कंपनी के सीईओ एलन मस्क ने इसका एलान किया है। एलन मस्क ने बताया कि यह बिना क्रू वाला मिशन होगा, जिसमें रॉकेट की मंगल ग्रह पर सुरक्षित लैंडिंग को परखा जाएगा। मस्क ने कहा कि अगर बिना क्रू वाला यह मिशन सफल रहा तो अगले चार वर्षों में मानव मिशन को मंगल पर भेजा जाएगा। स्पेसएक्स चीफ ने कहा कि सफल मिशन के बाद मंगल मिशन में तेजी लाई जाएगी और सबकुछ सही रहा तो अगले 20 वर्षों में मंगल पर पूरा शहर बसाने की योजना बना रहे हैं।

मस्क ने कई ग्रहों पर एक साथ मानवजीवन की संभावना की वकालत की और कहा कि हमें सिर्फ एक ग्रह के भरोसे नहीं रहना चाहिए। मस्क ने स्पेसएक्स कर्मचारियों को मंगल ग्रह पर शहर बसाने की योजना पर काम शुरू करने का भी निर्देश दे दिया है। अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, मंगल ग्रह पर छोटे गुंबदनुमा आवास बनाने की योजना है। एक अन्य टीम मंगल के प्रतिकूल वातावरण से निपटने के लिए स्पेससूट बनाने पर काम कर रही है, जबकि एक मेडिकल टीम इस बात पर शोध कर रही है कि क्या मनुष्य वहाँ बच्चे पैदा कर सकते हैं? मस्क ने साल 2016 में कहा था कि मंगल ग्रह पर मानव बस्ती बनने में 40 से 100 साल लगेंगे,

लेकिन अब मस्क ने अगले 20 वर्षों में मंगल ग्रह पर मानव बस्ती बसाने का एलान कर दिया है। मस्क का लक्ष्य है कि करीब 10 लाख लोगों को मंगल ग्रह पर बसाया जाए। रियूजेबल रॉकेट से मंगल मिशन की लागत कम करने की योजना मस्क ने ये भी बताया कि उनकी कंपनी स्पेसएक्स ने पहला रियूजेबल (फिर से इस्तेमाल होने वाला) रॉकेट बनाया है और इससे अंतरिक्ष मिशन की लागत कम होगी, जिससे एक ग्रह से दूसरे ग्रह पर जाना आर्थिक रूप से महंगा नहीं पड़ेगा।

मस्क ने ये भी बताया कि उनकी कंपनी स्पेसएक्स ने पहला रियूजेबल (फिर से इस्तेमाल होने वाला) रॉकेट बनाया है और इससे अंतरिक्ष मिशन की लागत कम होगी, जिससे एक ग्रह से दूसरे ग्रह पर जाना आर्थिक रूप से महंगा नहीं पड़ेगा।  स्पेसएक्स के सबसे ताकतवर लॉन्च व्हीकल स्टारशिप ने इस साल जून में सफल उड़ान भरी थी। इसे टेक्सास में एक निजी स्टारबेस से लॉन्च किया गया था और स्पेसएक्स ने इसकी उड़ान का लाइव प्रसारण भी किया था। इससे पहले स्पेसएक्स के तीन प्रयास विफल रहे थे।

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