आंध्र-तेलंगाना में

joharcg.com आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में हाल ही में हुई भारी बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। इस प्राकृतिक आपदा के चलते अब तक 31 लोगों की मौत हो चुकी है, और 432 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं, जिससे यात्रा करने वाले हजारों लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

बारिश की वजह से सड़कें जलमग्न हो गई हैं और कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। जलभराव के कारण लोगों के घरों में पानी घुस गया है और कई गांवों तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्यों को तेज कर दिया है, लेकिन भारी बारिश की वजह से स्थिति नियंत्रण में नहीं आ रही है।

रेलवे विभाग ने इस स्थिति को देखते हुए 432 ट्रेनों को रद्द कर दिया है, जिससे यात्रियों को बहुत सारी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। कई प्रमुख रेल मार्गों पर सेवाएं ठप हो गई हैं, और रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे अपनी यात्रा की योजना पहले से ही बदल लें और रेलवे के द्वारा दी गई सलाह को मानें।

प्रशासन ने आपातकालीन सेवाओं को सक्रिय कर दिया है और राहत शिविर स्थापित किए हैं ताकि प्रभावित लोगों को तात्कालिक सहायता मिल सके। बचाव कार्यों के लिए सेना और आपदा राहत बल भी तैनात किए गए हैं ताकि अधिक से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके।

इस भारी बारिश ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि प्राकृतिक आपदाओं की गंभीरता को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। प्रशासन और राहत कार्यकर्ताओं की कोशिशें जारी हैं, लेकिन लोगों को सतर्क रहने और किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है।

हैदराबाद/विजयवाड़ा: तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में मूसलाधार बारिश के कारण अब तक 31 लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा आवागमन के साधन जैसे सड़कें और रेल पटरियां भी क्षतिग्रस्त हो गईं हैं। वहीं हजारों एकड़ कृषि भूमि पानी में डूब गई है और एजेंसियों को बचाव एवं पुनर्वास के काम में लगाया गया है। दोनों तेलुगु भाषी राज्य सोमवार को बारिश के कारण प्रभावित रहे। वर्षाजनित घटनाओं में तेलंगाना में 16 लोग और पड़ोसी आंध्र प्रदेश में 15 अन्य लोगों की मौत हो गई।

तेलंगाना के समुद्रम के नजदीक रेल की पटरियों के नीचे बजरी का एक हिस्सा बाढ़ के पानी के कारण बह गया। वहीं आंध्र प्रदेश में करीब 4.5 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। विजयवाड़ा में दूध समेत जरूरी सामान लेने के लिए लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में एनटीआर, गुंटूर, कृष्णा, एलुरु, पालनाडु, बापटला और प्रकाशम शामिल हैं। राहत एवं बचाव कार्य के लिए एसडीआरएफ की 20 और एनडीआरएफ की 19 टीमें लगी हुई हैं।

पिछले तीन दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश और कई हिस्सों में 24 घंटे से अधिक समय तक बिजली कटौती के कारण विजयवाड़ा में जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है।  इसके अलावा तेलंगाना में बारिश से जुड़ी विभिन्न घटनाओं में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई है। वहीं दक्षिण मध्य रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश और कई स्थानों पर पटरियों पर जलभराव के कारण 432 ट्रेन रद्द कर दी गईं और 13 ट्रेन आंशिक रूप से रद्द की गई हैं।

उन्होंने बताया कि सोमवार दोपहर तक 139 ट्रेन का मार्ग बदला गया। उन्होंने कहा कि मरम्मत कार्य जारी है। दोनों राज्यों में लगातार बारिश के कारण काजीपेट-विजयवाड़ा खंड में बाढ़ आने और दरारें आने की खबर है और पांच ट्रेन फंसी हुई हैं। हैदराबाद स्थित मौसम केंद्र ने कहा कि तीन सितंबर को आदिलाबाद, कोमाराम भीम आसिफाबाद, निर्मल, निजामाबाद, जगतियाल, संगारेड्डी, मेडक, कामारेड्डी जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना जताई है।

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