joharcg.com शिक्षा के पवित्र स्थान पर गैरजिम्मेदाराना हरकत का मामला सामने आया है, जिसमें एक प्रधान पाठक और सहायक शिक्षक को शराब के नशे में ड्यूटी पर आने के आरोप में निलंबित कर दिया गया। यह घटना उस समय सामने आई जब स्कूल प्रशासन और शिक्षा विभाग ने संज्ञान लेते हुए जांच की, और पुष्टि होने पर दोनों शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की।
इस शर्मनाक घटना का खुलासा तब हुआ जब स्कूल के अन्य स्टाफ और स्थानीय लोगों ने प्रधान पाठक और सहायक शिक्षक को शराब के नशे में देखा। दोनों शिक्षक अपनी जिम्मेदारियों को नजरअंदाज करते हुए शराब पीकर ड्यूटी पर आए थे। उनकी इस हरकत से न केवल बच्चों की शिक्षा प्रभावित हुई, बल्कि स्कूल के अनुशासन और वातावरण पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ा।
जैसे ही यह मामला शिक्षा विभाग के संज्ञान में आया, उच्चाधिकारियों ने तत्काल जांच टीम गठित की। जांच में पाया गया कि दोनों शिक्षक शराब के नशे में थे और ड्यूटी की गंभीरता को नजरअंदाज कर रहे थे। शिक्षा विभाग ने सख्त रुख अपनाते हुए प्रधान पाठक और सहायक शिक्षक को तत्काल निलंबित कर दिया।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि इस तरह की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शिक्षक समाज का वह स्तंभ होते हैं, जिन पर बच्चों की शिक्षा और चरित्र निर्माण का दायित्व होता है। ऐसे में किसी भी शिक्षक का गैरजिम्मेदाराना आचरण बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ के समान है।
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश का माहौल है। अभिभावकों का कहना है कि यह शिक्षकों का नैतिक पतन है, और ऐसे लोग बच्चों को क्या शिक्षा देंगे? लोगों ने शिक्षा विभाग की इस त्वरित कार्रवाई का समर्थन करते हुए मांग की है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।
शिक्षा विभाग ने निलंबन आदेश जारी करते हुए यह भी स्पष्ट किया है कि आगे की जांच जारी रहेगी और यदि दोष सिद्ध हुआ तो दोनों शिक्षकों के खिलाफ और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। विभाग ने सभी शिक्षकों को अनुशासन और जिम्मेदारी का पालन करने की चेतावनी दी है।
सारंगढ़ बिलाईगढ़। कलेक्टर धर्मेश साहू के निर्देशन में जिला में शिक्षा व्यवस्था को एक नए आयाम देने जमीनी स्तर पर सतत मॉनिटरिंग किया जा रहा है। मद्य पान सेवन कर स्कूल आने वाले प्रधान पाठक साधराम खटकर और सहायक शिक्षक सुकुल बाबू भास्कर शासकीय प्राथमिक विद्यालय चारभाठा विकासखंड बिलाईगढ़ को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।कलेक्टर जनदर्शन में ग्रामीणों के द्वारा शिकायत किया गया, जिस पर संवेदनशील कलेक्टर धर्मेश साहू ने तत्काल जांच कर प्रतिवेदन जमा करने विकासखंड शिक्षा अधिकारी
बिलाईगढ़ को निर्देशित किया था, जिसके पालन में विगत 2 सितंबर को जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। प्रतिवेदन के आधार पर जिला शिक्षा अधिकारी एलपी पटेल ने तत्काल प्रभाव से उक्त दोनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया है। निलंबित आदेश मे निलंबन अवधि में दोनो शिक्षकों का मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय बिलाईगढ़ किया गया है और निलंबन अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा।