Joharcg.com राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके से राजभवन में छत्तीसगढ़ जूनियर डाक्टर एसोसिएशन के प्रतिनिधिमण्डल ने मुलाकात की और उन्हें अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा। राज्यपाल ने उनकी समस्याओं पर आवश्यक कार्यवाही का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमण्डल ने बताया कि डॉक्टरों की पी.जी. काउंसिलिंग में करीब साल भर का विलंब हो रहा है, जिसके कारण बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। नये बैच नहीं आने से उन पर कार्य भार बढ़ गया है और पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।
प्रतिनिधिमण्डल ने बताया कि उन्हें मिलने वाली छात्रवृत्ति अन्य राज्यों की अपेक्षा काफी कम दी जा रही है, जिसे बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। कोविड के दौरान जो विशेष भत्ता दिया जाना था वह अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है। साथ ही बांडेड और नॉन बांडेड चिकित्सकों के वेतन में काफी अंतर है। प्रतिनिधिमण्डल ने यह अंतर समाप्त किये जाने का आग्रह किया। प्रतिनिधिमण्डल में डॉ. दीपक गुप्ता, डॉ. अमन अग्रवाल, डॉ. प्रेम चौधरी एवं डॉ. गौरव परिहार शामिल थे।
छत्तीसगढ़ जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में राज्यपाल से मुलाकात कर अपनी समस्याओं और चिंताओं से अवगत कराया। इस बैठक का उद्देश्य जूनियर डॉक्टरों के मुद्दों को प्रमुखता से उठाना और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए आवश्यक कदम उठाना था।
प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को बताया कि वे कई महत्वपूर्ण समस्याओं का सामना कर रहे हैं, जिसमें वेतन भत्तों में असमानता, कार्य की अधिकता, और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को सुधारने की आवश्यकता शामिल है। उन्होंने कहा कि जूनियर डॉक्टरों की मेहनत और उनके योगदान को उचित मान्यता और सम्मान मिलना चाहिए, जिससे वे और बेहतर तरीके से अपनी सेवाएं प्रदान कर सकें।
राज्यपाल ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को ध्यानपूर्वक सुना और उनकी समस्याओं को गंभीरता से लिया। उन्होंने आश्वस्त किया कि सरकार और संबंधित विभाग इन मुद्दों पर जल्द से जल्द विचार करेंगे और समस्याओं के समाधान के लिए उचित कदम उठाएंगे।
राज्यपाल ने कहा, “जूनियर डॉक्टर हमारे स्वास्थ्य प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और उनकी समस्याओं को दूर करना हमारी प्राथमिकता है। हम सुनिश्चित करेंगे कि उनके मुद्दों को सुलझाया जाए और उनकी कार्य परिस्थितियों को बेहतर बनाया जाए।”
इस बैठक के दौरान, प्रतिनिधिमंडल ने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में कुछ सुझाव भी पेश किए, जैसे कि कामकाजी घंटे की समीक्षा, बेहतर प्रशिक्षण कार्यक्रम, और मानसिक स्वास्थ्य समर्थन। उन्होंने राज्यपाल से इन सुझावों पर गंभीरता से विचार करने की अपील की।
राज्यपाल ने इस प्रतिनिधिमंडल की ओर से उठाए गए मुद्दों की प्रशंसा की और भरोसा दिलाया कि सरकार इन विषयों पर जल्द कार्रवाई करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि जूनियर डॉक्टरों की समस्याओं को हल करने से न केवल उनके काम की स्थिति बेहतर होगी, बल्कि यह स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में भी सुधार लाएगा।
इस बैठक के अंत में, राज्यपाल ने प्रतिनिधिमंडल को धन्यवाद दिया और उनके प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की संवाद प्रक्रिया से सरकार को वास्तविक समस्याओं का पता चलता है और उनके समाधान के लिए उचित कदम उठाए जाते हैं।