Joharcg.com शासन की योजनाओं का उद्देश्य है कि हर व्यक्ति को  जीवन मे आगे बढ़ने और प्रगति करने के  समुचित अवसर मिले। इसके लिए विभागों के माध्यम से विभिन्न योजनाएं और कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। जिला अंत्यावसायी सहकारी समिति कोरिया के द्वारा भी इसी तरह विभिन्न योजनाओं के तहत लोगों को ऋण प्रदान कर स्वावलंबी बनाने के अवसर दिए गए हैं।

अनुसूचित जनजाति ट्रेक्टर ट्रॉली योजना: चरकुराम को मिला 9 लाख का ऋण-

मनेन्द्रगढ़ विकासखण्ड के ग्राम पटेलपारा बुन्देली निवासी श्री चरकूराम को जिला अंत्यावसायी सहकारी समिति की अनुसूचित जनजाति ट्रेक्टर ट्रॉली योजना के तहत मिले ऋण से ट्रेक्टर ट्रॉली खरीद अपनी जीविका चला रहे हैं। वर्ष 2020-21 के अंतर्गत ही उन्हें 9 लाख 8 हजार का ऋण स्वीकृत हुआ जिससे उन्होंने ट्रेक्टर ट्रॉली खरीदी और अब इसे सामग्री लाने-ले जाने के लिए कार्यों में लगाकर कमाई कर रहे हैं। चरकुराम बताते हैं कि अनुसूचित जनजाति ट्रेक्टर ट्राली योजना से मिले 9 लाख 8 हजार रूपये ऋण की राशि से ट्रेक्टर ट्रॉली प्राप्त हुई। इसका उपयोग कृषि कार्य एवं पंचायत द्वारा संचालित रोड निर्माण इत्यादि कार्यों में लगाकर मेरी आय में बढ़ोत्तरी हुई है। उन्होंने बताया कि ट्रेक्टर ट्राली लगभग 30 हजार रुपये की आमदनी हो रही है जिससे वे अपने परिवार का भी भरण-पोषण अच्छे से कर रहे हैं। और ऋण की हर महीने किश्त भी नियमित रूप से जमा कर रहे हैं।

वे आगे बताते हैं। समाचार पत्रों के माध्यम से उन्हें जिला अंत्यावसायी सहकारी समिति की योजनाओं की जानकारी प्राप्त हुई। जानकारी मिलने पर उन्होंने उत्सुक होकर कार्यालय पहुंच कर ऋण हेतु संपर्क किया। ऋण के लिए आवेदन कार्यालय में जमा किया और जब चयन समिति की बैठक की कार्यवाही हुई, उसमें चयनित हो गए। उन्होंने ऋण की औपचारिकताएं पूर्ण कर इकाई लागत का निर्धारित हितग्राही अंशराशि 5 प्रतिशत राशि जमा किया। शासकीय योजना का लाभ मिलने से चरकुराम के जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है। इसके लिए वे राज्य शासन को उनकी कल्याणकारी योजनाओं और जिला प्रशासन को योजनाओ के बेहतर क्रियान्वयन के धन्यवाद देते हैं।

अल्पसंख्यक टर्म लोन योजना: स्वरोजगार से अपनी पहचान बनाने की मिली नई राह-

मनेन्द्रगढ की ही सिविल लाईन निवासी श्रीमती तब्सूम अंसारी ने बताया कि अल्पसंख्यक वर्ग के लिए शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी मिलते ही कार्यालय से ऋण हेतु संपर्क किया जहां विभाग से उनका मार्गदर्शन करते हुए ऋण के लिए आवेदन कार्यालय में जमा करने की जानकारी दी। चयन समिति की बैठक की कार्यवाही में चयनित होने पर ऋण प्राप्ति की औपचारिकताएं पूर्ण कर हितग्राही अंशराशि 5 प्रतिशत जमा की जिसके बाद उन्हें  1 लाख रुपय का ऋण मुझे प्राप्त हुआ। जिससे उन्होंने किराना दुकान शुरू की। वे बताती हैं की दुकान का काम अच्छा चल रहा है और लगभग 5 हजार रुपये तक की मासिक आय हो रही है। इससे घर खर्च चलाने में काफी मदद मिल जाती है। जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति द्वारा शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के ऋण स्वीकृत किये जाते है। जिसमे अल्पसंख्यक टर्म लोन योजना से अल्पसंख्यक बेरोजगारों को लाभ मिल रहा है। योजना के तहत न्यूनतम एक लाख व अधिकतम 20 लाख तक की परियोजनाओं जैसे एग्रीकल्चर एंड एलाइड, टेक्निकल ट्रेड, स्मॉल बिजनेस, आर्टिजन एवं ट्रांसपोर्ट एंड सर्विस सेक्टर पर 6 प्रतिशत वार्षिक ब्याज की दर से ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है।