joharcg.com गोवा के पणजी में केंद्रीय पर्यटन मंत्री की अध्यक्षता में पश्चिमी और मध्यवर्ती राज्यों तथा संघ राज्य क्षेत्रों के पर्यटन मंत्रियों का एक महत्वपूर्ण सम्मेलन सम्पन्न हुआ। इस सम्मेलन का उद्देश्य इन क्षेत्रों के पर्यटन विकास के लिए नई रणनीतियों और योजनाओं पर विचार-विमर्श करना था।
सम्मेलन में विभिन्न राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों के पर्यटन मंत्रियों ने भाग लिया और अपने-अपने क्षेत्रों में पर्यटन के विकास के लिए उठाए गए कदमों और भविष्य की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। इस दौरान पर्यटन क्षेत्र में नवाचार और तकनीकी उपयोग के माध्यम से इसे और अधिक सुदृढ़ करने के लिए सुझाव भी प्रस्तुत किए गए।
केंद्रीय पर्यटन मंत्री ने अपने उद्घाटन भाषण में पर्यटन को देश की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण अंग बताते हुए कहा कि भारत के विविध सांस्कृतिक, प्राकृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों को सही तरीके से प्रस्तुत करना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि क्षेत्रीय पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के बीच समन्वय और सहयोग जरूरी है।
सम्मेलन के दौरान विभिन्न मुद्दों पर भी चर्चा की गई, जिसमें पर्यटन स्थलों की सुरक्षा, सुविधाओं का विस्तार, और पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ सतत पर्यटन को बढ़ावा देने के उपाय शामिल थे। इस सम्मेलन ने यह भी रेखांकित किया कि किस प्रकार से पर्यटन क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा को देखते हुए राज्यों को अपने पर्यटन उत्पादों और सेवाओं को उन्नत बनाने की आवश्यकता है।
गोवा में हुए इस सम्मेलन का मुख्य फोकस यह रहा कि कैसे इन क्षेत्रों में पर्यटन को और अधिक आकर्षक और सुविधाजनक बनाया जा सके, ताकि देश और विदेश से अधिक से अधिक पर्यटक इन क्षेत्रों की ओर आकर्षित हों। इस सम्मेलन के माध्यम से पर्यटन विकास की दिशा में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए, जो आने वाले समय में इन राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों के पर्यटन में नई जान फूंकने का काम करेंगे।