joharcg.com छत्तीसगढ़ में पुलिस ने एक अजीबोगरीब घटना का पर्दाफाश किया है, जहां तीन लोग नकली नक्सली बनकर आत्मसमर्पण करने पहुंचे। इन लोगों को आत्मसमर्पण के लिए पुलिस के पास पहुंचते ही गिरफ्तार कर लिया गया। यह मामला न केवल सुरक्षा बलों के लिए चौंकाने वाला था, बल्कि इसने समाज में भी कई सवाल खड़े किए हैं।
गिरफ्तार किए गए तीन लोग, जिनमें दो युवक और एक युवती शामिल हैं, ने खुद को नक्सली बताकर आत्मसमर्पण करने की योजना बनाई थी। वे एक मीडिया इवेंट के दौरान पुलिस के सामने आए और दावा किया कि वे नक्सली गतिविधियों में शामिल थे और अब मुख्यधारा में लौटना चाहते हैं। उनका उद्देश्य पुलिस और मीडिया का ध्यान आकर्षित करना था, ताकि उन्हें पहचान मिल सके।
पुलिस ने तुरंत इस मामले की जांच शुरू की और संदिग्धों की पहचान की। जांच में पता चला कि ये लोग वास्तव में नक्सलियों से जुड़े नहीं थे और उनकी आत्मसमर्पण की कोशिश पूरी तरह से झूठी थी। पुलिस ने बताया कि इन लोगों के पास से कुछ आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की गई, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि उनका इरादा किसी तरह का प्रचार पाने का था।
पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया और उनके खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया। अधिकारियों ने बताया कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी जो नक्सल मुद्दे का राजनीतिक या व्यक्तिगत लाभ उठाने की कोशिश करते हैं।
गिरफ्तार किए गए लोगों ने पुलिस के सामने कुछ अजीबोगरीब बयान दिए। उन्होंने कहा कि वे नक्सलियों के साथ कुछ समय बिताकर उनकी गतिविधियों को समझना चाहते थे और बाद में आत्मसमर्पण करना चाहते थे। हालांकि, पुलिस ने इन दावों को खारिज कर दिया और कहा कि यह पूरी घटना एक गंभीर अपराध है।
इस घटना ने न केवल स्थानीय प्रशासन के लिए चुनौतियां पेश की हैं, बल्कि यह भी सवाल उठाती है कि कुछ लोग अपने फायदे के लिए समाज में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा करने के लिए कितनी दूर जा सकते हैं। पुलिस ने जनता से अपील की है कि ऐसे मामलों में सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना दें।
नकली नक्सली बनकर आत्मसमर्पण करने की इस घटना ने सभी को चौंका दिया है। यह स्थिति न केवल पुलिस बल के लिए एक चुनौती है, बल्कि यह समाज में नक्सलवाद के प्रति जागरूकता और समझ बढ़ाने की आवश्यकता को भी रेखांकित करती है।
पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की है और उम्मीद की जा रही है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए आगे और कदम उठाए जाएंगे।
बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है, जहां तीन युवक नकली नक्सली बनकर आत्मसमर्पण करने एसपी कार्यालय पहुंचे। पुलिस की सतर्कता से तीनों की चालाकी का पर्दाफाश हो गया और उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। पकड़े गए युवक खुद को मानपुर मोहला एरिया कमेटी के सक्रिय सदस्य बता रहे थे।
जांच के दौरान पुलिस ने खुलासा किया कि ये तीनों युवक मधु मोड़िया, मनकू भोगाम और ओमप्रकाश नेताम वास्तव में फर्जी नक्सली थे। तीनों ने सरकारी योजनाओं का लाभ पाने के लिए नकली आत्मसमर्पण का यह प्लान तैयार किया था। पकड़े गए युवकों का संबंध बीजापुर जिले से है, और उनके खिलाफ सिटी कोतवाली में कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है और यह जांच की जा रही है कि इस योजना में और कौन शामिल हो सकता है। यह घटना दिखाती है कि सरकारी योजनाओं का दुरुपयोग करने के लिए किस तरह से लोग फर्जीवाड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने एक बड़ी धोखाधड़ी को समय रहते रोक लिया।