joharcg.com पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री [नाम] ने कहा कि आज ऊर्जा केवल एक आवश्यकता नहीं, बल्कि आर्थिक वृद्धि और विकास का आधार स्तंभ बन गई है। उन्होंने ऊर्जा क्षेत्र में हो रहे सुधारों और सरकार की योजनाओं को उजागर करते हुए कहा कि देश की समग्र विकास प्रक्रिया को ऊर्जा क्षेत्र की स्थिरता और उपलब्धता से सीधा लाभ मिल रहा है।
मंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “ऊर्जा क्षेत्र में किए गए सुधार न केवल उद्योगों के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि यह समग्र अर्थव्यवस्था को भी गति दे रहे हैं। ऊर्जा की पहुंच, उसकी कीमत और उसका उपयोग हमारे विकास की दिशा तय करता है।” उन्होंने यह भी बताया कि भारत सरकार ने ऊर्जा आपूर्ति की निर्बाधता सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं, जैसे कि नवीकरणीय ऊर्जा की ओर बढ़ना, ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देना और ऊर्जा सुरक्षा को सुनिश्चित करना।
पेट्रोलियम मंत्री ने आगे कहा कि भारत 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में प्रमुख भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध है, और सरकार ने इस दिशा में कई पहल की हैं, जैसे कि सोलर पावर, पवन ऊर्जा, और जैव ऊर्जा की क्षमता को बढ़ाना। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार का लक्ष्य है कि देश को ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनाया जाए, ताकि आर्थिक और सामाजिक विकास को स्थिर किया जा सके।
मंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि पेट्रोलियम क्षेत्र के विकास में वृद्धि से स्थानीय रोजगार सृजन और ग्रामीण विकास को बढ़ावा मिलेगा, जो समग्र रूप से देश की प्रगति में योगदान करेगा। उन्होंने ऊर्जा के विविध स्रोतों के महत्व को रेखांकित किया और कहा कि एक समावेशी और सस्टेनेबल ऊर्जा नीति ही भारत को वैश्विक ऊर्जा बाजार में अग्रणी बनाएगी।
यह बयान ऊर्जा के क्षेत्र में सरकार की प्रतिबद्धता और दीर्घकालिक विकास योजनाओं को दर्शाता है, जो भविष्य में भारतीय अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा देने के लिए तैयार हैं।
नई दिल्ली 16 नवम्बर 2024। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आज ग्रेटर नोएडा में भारत के प्रमुख ‘दक्षिण एशियाई भूविज्ञान सम्मेलन एवं प्रदर्शनी जियो इंडिया 2024’ के उद्घाटन समारोह के दौरान कहा, “ऊर्जा आज आर्थिक वृद्धि एवं विकास का आधार स्तम्भ बन गई है।” श्री पुरी ने आर्थिक प्रगति को गति देने में ऊर्जा के महत्व का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत जैसे विशाल देश में, बढ़ती अर्थव्यवस्था के अनुरूप ऊर्जा की मांग तेजी से बढ़ रही है।
केन्द्रीय मंत्री ने इस आयोजन का हिस्सा बनने पर प्रसन्नता व्यक्त की, जिसमें भारत और विदेश से अन्वेषण और उत्पादन (ईएंडपी) क्षेत्र के अग्रणी विशेषज्ञ एक साथ आ रहे हैं। एसोसिएशन ऑफ पेट्रोलियम जियोलॉजिस्ट्स, इंडिया द्वारा आयोजित जीईओ इंडिया 2024, सम्मेलन और प्रदर्शनी का छठा आयोजन है और इसका विषय “ऊर्जा गतिशीलता के नए आयामों की खोज” है।
भारत में ईंधन की मांग वैश्विक औसत से तीन गुना बढ़ोतरी के मद्देनजर, श्री पुरी ने कहा कि भारत में प्रतिदिन 67 मिलियन लोग पेट्रोल पंपों पर जाते हैं। इस बढ़ती मांग से अगले दो दशकों में ऊर्जा की खपत में वैश्विक स्तर पर 25 प्रतिशत वृद्धि होने का अनुमान है। उन्होंने कहा, “उपलब्धता, सामर्थ्य और स्थिरता के संतुलन को बनाए रखना न केवल प्राथमिकता है, बल्कि एक प्रतिबद्धता भी है जिसे हम अन्वेषण, उत्पादन और ऊर्जा सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित कर पूरा कर रहे हैं।”