joharcg.com कोरबा । जिले में हाथियों का कहर जारी है। कुसमुंडा खदान के पास एक जंगली हाथी पहुंच गया है। हाथी नरईबोध गेवरा बस्ती के पास विचरण कर रहा है। ग्रामीणों और एसईसीएल के अधिकारी-कर्मचारियों में दहशत फैली हुई है। मिली जानकारी के अनुसार, एक जंगली हाथी कुसमुंडा खदान के पास विचरण कर रहा है। इससे इलाके में दहशत का माहौल है।
वह कभी भी खदान में प्रवेश कर सकता है और नुकसान पहुंचा सकता है। एसईसीएल के अधिकारियों ने वहां जाने से कर्मचारियों को मना किया है। संभव है कि, इस इलाके में धारा 144 लागु किया जा सकता है। हाथी के आतंक के कारण खदान का काम प्रभावित हो गया है। वहीं सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और जंगली हाथी को वहां से खदेड़ने की कोशिश में जुट गई है।
कुसमुंडा खदान के पास एक जंगली हाथी के पहुंचने से इलाके में हड़कंप मच गया है। वन विभाग ने तुरंत अलर्ट जारी किया है और स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी है।
खदान क्षेत्र में एक विशाल हाथी के देखे जाने की खबर से वहां काम कर रहे मजदूरों और स्थानीय निवासियों में भय का माहौल है। हाथी को पास के जंगल से भटकते हुए खदान के पास आते देखा गया। इसके बाद वन विभाग को सूचित किया गया, जिसने तुरंत क्षेत्र को सुरक्षित करने के उपाय शुरू कर दिए।
वन विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और हाथी की गतिविधियों पर नजर रख रही है। उन्होंने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है और हाथी को वापस जंगल की ओर ले जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हाथी संभवतः भोजन और पानी की तलाश में आबादी वाले क्षेत्र में आ गया है।
वन विभाग ने इलाके में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। स्थानीय निवासियों को भी सतर्क रहने और हाथी के पास न जाने की सलाह दी गई है। खदान के पास की गतिविधियों को फिलहाल रोक दिया गया है ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
इस घटना ने स्थानीय लोगों के बीच दहशत फैला दी है। कुसमुंडा क्षेत्र में पहले भी जंगली जानवरों के देखे जाने की घटनाएँ हो चुकी हैं, लेकिन एक विशालकाय हाथी का खदान क्षेत्र में आना एक असामान्य घटना मानी जा रही है। लोग वन विभाग से जल्द से जल्द हाथी को सुरक्षित तरीके से जंगल में वापस भेजने की मांग कर रहे हैं।
कुसमुंडा खदान के पास हाथी के पहुंचने की घटना ने वन विभाग और स्थानीय प्रशासन को अलर्ट कर दिया है। सभी आवश्यक सावधानियां बरती जा रही हैं ताकि इस स्थिति को नियंत्रित किया जा सके और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। वन विभाग की टीमें लगातार हाथी की निगरानी कर रही हैं और उसे वापस जंगल में भेजने के प्रयास जारी हैं।