joharcg.com छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता, विधायक लखमा आज एक महत्वपूर्ण दिन के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कार्यालय पहुंचे। उन्हें शराब घोटाले से जुड़े मामले में पूछताछ के लिए बुलाया गया था, जिसके बाद वह ईडी अधिकारियों के समक्ष पेश हुए।
यह पूछताछ राज्य सरकार के शराब नीति और संबंधित कालेधन के लेन-देन के संदर्भ में हो रही है। लखमा पर आरोप है कि उन्होंने अपनी राजनीतिक और प्रशासनिक स्थिति का दुरुपयोग कर राज्य में शराब घोटाले को बढ़ावा दिया, जिसके परिणामस्वरूप सरकारी खजाने को भारी नुकसान हुआ। अधिकारियों का मानना है कि इस घोटाले में उनकी संलिप्तता के सुराग मिल सकते हैं।
लखमा के साथ, इस मामले में कई अन्य अधिकारियों और व्यापारी वर्ग के लोगों से भी पूछताछ हो रही है। अधिकारियों ने यह भी कहा कि यदि लखमा के खिलाफ आरोप साबित होते हैं, तो उन्हें सख्त सजा का सामना करना पड़ सकता है।
यह शराब घोटाला, जो छत्तीसगढ़ की शराब नीति और उसके क्रियान्वयन को लेकर सामने आया है, राज्य में राजनीतिक हलकों में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि सरकार के संरक्षण में यह घोटाला हुआ है, और जनता के पैसों का गलत तरीके से दोहन किया गया है।
ईडी के अधिकारियों का कहना है कि पूछताछ की प्रक्रिया जारी रहेगी और वे मामले की गहरी जांच करेंगे। लखमा के समक्ष अब तक कोई भी आधिकारिक आरोप नहीं लगाए गए हैं, लेकिन इस मामले में जल्द ही और घटनाक्रम सामने आने की संभावना है।
इस घोटाले में जुड़े प्रमुख नामों की गिरफ्तारी और पूछताछ से राज्य की राजनीति में हलचल मची हुई है। अगले कुछ दिनों में इस मामले की दिशा और भी स्पष्ट हो सकती है, जिससे शराब नीति पर पुनः चर्चा शुरू हो सकती है।
रायपुर। पूर्व मंत्री कवासी लखमा शुक्रवार को ED दफ्तर पहुंचे। इस दौरान ED शराब घोटाले मामले में लखमा से पूछताछ की। वहीं पूछताछ में लखमा ने शराब घोटाले को लेकर कहा कि, मैं राजनीतिक परिवार से नहीं हूं, बहुत गरीब परिवार से हूं। मैंने जगदलपुर में 2009 में 2 एकड़ जमीन ली थी उसके अलावा मेरे पास कोई संपत्ति नहीं है। आगे उन्होंने कहा कि, मैंने जब जमीन ली थी तब मैं पंच- सरपंच नहीं था।
पूर्व मंत्री कवासी लखमा ने ED की पूछताछ के दौरान बताया कि, मैंने टोरा, महुआ, इमली का धंधा कर जमीन ली थी। मुझे 1998 में सुकमा से टिकट मिलने के बाद जीत मिली। आगे उन्होंने कहा कि, विधानसभा में मैंने गरीबों के लिए आवाज उठाई है। इसलिए सरकार अब मुझे परेशान कर रही है। जो भी न्यायपालिका बोलेगी मैं उसमें पूरा साथ दूंगा।
बेटे से भी ED ने की पूछताछ
कवासी लखमा का बेटा कवासी हरीश भी ED दफ्तर पहुंचे हैं। शराब घोटाला मामले में ED ने कवासी हरीश को भी तलब किया है। वहीं इस दौरान पूछताछ में कवासी हरीश ने कहा कि, मेरे पास से कुछ नहीं मिला, सभी को पता है छापा क्यों पड़ा है। मैं बाद में अपनी बात कहूंगा।
ED की पूछताछ में लखमा को सहयोग करना चाहिए : डिप्टी सीएम सीएम साव
इस पूरे मामले पर डिप्टी सीएम अरुण साव का बयान सामने आया है। साव ने कहा कि, लखमा को ED की पूछताछ में सहयोग करना चाहिए जो तथ्य है वह बताना चाहिए। भावनात्मक बातें करने से कुछ नहीं होगा। राज्य की जनता सब जानती है की कांग्रेस सरकार में शराब घोटाला हुआ है। शराब दुकानों में दो-दो काउंटर बने थे।
नकली होलोग्राम का उपयोग किया गया था। आगे उन्होंने कहा कि, ऑर्गेनाइज्ड क्रिमिनल सिंडिकेट बनाकर के शराब घोटाले को अंजाम दिया गया। यह कार्रवाई पॉलिटिकल मोटिवेटेड नहीं है। ED बहुत गंभीरता से बहुत बारीकी से शराब घोटाले की जांच कर रही है। जांच में जो तथ्य आएंगे उसके आधार पर ED कार्रवाई करेगी।