दूषित पानी

joharcg.com प्रयागराज।  गंगानगर सैदाबाद ब्लॉक के भदवा प्रजापति बस्ती में एक सप्ताह के अंदर चार लोगों की मौत हो गई। ग्रामीणों का दावा है कि कुएं के दूषित पानी पीने से लोगों की मौत हुई है। एक समाजसेवी की शिकायत पर स्वास्थ्य टीम ने मौके पर पहुंचकर मरीजों का इलाज शुरू कर दिया है। भदवा गांव में संजना (3), दिवाकर (10), चन्नर मुसहर (55) और मूटरी देवी (70) की दूषित पानी पीने के कारण मौत हो गई है। गांव के पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य अमरेन्द्र सिंह ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग को कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई। दूषित पानी से मौत की सूचना मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची। तब जाकर मरीजों को दवा और ओआरएस का घोल वितरित किया गया।

गांव में लोगों के बीमार होने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। गांव में पानी का मुख्य स्रोत एक कुंआ है। इसमें ब्लीचिंग पाउडर न डालने के कारण पानी दूषित होना बताया जा रहा है।  दूषित पानी पीने की वजह से सत्यम, सुंदरम, दिलखुश, दीपांशु, संगिता, सिंटू, शब्बू, आनंद, रितेश, रंजीत, कुसुम, लक्ष्मी, संजना, प्रकाश, गरिमा, संजीत, ललित, उर्मिला, जीत लाल, शिव, आकाश और आकांक्षा समेत कई लोग बीमार हैं। इन सभी का प्रयागराज के निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है।

मध्यप्रदेश के एक छोटे से गांव में दूषित पानी पीने से चार लोगों की मौत हो गई है। इस घटना ने पूरे गांव में हड़कंप मचा दिया है और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को स्थिति की जांच करने के लिए तुरंत बुलाया गया है। गांव के निवासियों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से पानी का स्वाद और गंध असामान्य थी, लेकिन उन्होंने इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया। यह स्थिति तब बिगड़ी जब गांव के चार लोगों ने बीमार महसूस किया और अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गई।

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पानी में किसी प्रकार के हानिकारक रसायन या बैक्टीरिया की संभावना है। पानी के नमूनों को जांच के लिए लैब में भेज दिया गया है और रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। गांव के सरपंच ने बताया, “यह घटना बहुत ही दुखद है। हम तुरंत पानी की आपूर्ति को बंद करवा रहे हैं और टैंकरों से स्वच्छ पानी की व्यवस्था कर रहे हैं। साथ ही, सभी निवासियों को उबला हुआ पानी पीने की सलाह दी जा रही है।”

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में चिकित्सा शिविर लगाया है और सभी निवासियों की जांच की जा रही है। बीमार लोगों को तुरंत उपचार प्रदान किया जा रहा है और जिन लोगों में बीमारी के लक्षण पाए जा रहे हैं, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है।

गांव के लोग इस घटना से बहुत डर गए हैं और अधिकारियों से तत्काल समाधान की मांग कर रहे हैं। गांव की एक महिला ने बताया, “हमने कभी नहीं सोचा था कि हमारे गांव में ऐसी घटना हो सकती है। हम चाहते हैं कि सरकार जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करे।”

सरकार ने इस घटना पर संज्ञान लेते हुए गांव में स्वच्छ पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए निर्देश जारी किए हैं। स्थानीय प्रशासन को तुरंत उपाय करने और गांव में स्वच्छता की स्थिति में सुधार करने के निर्देश दिए गए हैं।

इस घटना ने ग्रामीण इलाकों में स्वच्छ पानी की आपूर्ति और स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकता को एक बार फिर उजागर किया है। अधिकारियों ने वादा किया है कि वे इस समस्या का स्थायी समाधान ढूंढने के लिए तत्पर हैं और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे।

Water Contamination and Public Health

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