joharcg.com एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक डॉक्टर ने अपनी पेशेवर जिंदगी छोड़कर चोरी की लत के कारण एक कार चोरी की गैंग बना ली। यह मामला उन लोगों के लिए एक चेतावनी है, जो अपनी आदतों को नकारात्मक दिशा में बदलते हैं। इस डॉक्टर ने अपनी मेडिकल प्रैक्टिस को छोड़कर अपराध की दुनिया में कदम रखा और अब तक 140 कारों की चोरी कर चुका है।
पुलिस के मुताबिक, यह डॉक्टर पहले एक निजी क्लीनिक चला रहा था, लेकिन उसे चोरी करने की आदत लग गई। समय के साथ उसने अपनी इस लत को पूरा करने के लिए एक गैंग बनाई और कार चोरी की घटनाओं को अंजाम देना शुरू कर दिया। अब तक वह और उसकी गैंग 140 से ज्यादा कारों की चोरी कर चुके हैं। चोरी की यह घटनाएं राज्य के विभिन्न इलाकों में हुईं, और यह अपराधी गैंग अपनी पहचान छिपाकर पुलिस से बचने में सफल रहा था।
पुलिस ने हाल ही में इस गैंग को पकड़ने में सफलता हासिल की और डॉक्टर समेत गैंग के अन्य सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। जांच में यह खुलासा हुआ कि डॉक्टर ने अपनी टीम के साथ मिलकर कार चोरी की साजिशें रचीं और चोरी की गई कारों को बेचा या अन्य तरीके से नष्ट किया। इस पूरे मामले ने पुलिस अधिकारियों को हैरान कर दिया, क्योंकि एक पेशेवर डॉक्टर का इस तरह के अपराध में शामिल होना बहुत चौंकाने वाला था।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह मामला यह दर्शाता है कि किसी भी व्यक्ति की आदतें अगर बुरी दिशा में बढ़ती हैं तो वह किस हद तक जा सकता है। डॉक्टर ने एक पेशेवर जीवन को त्याग कर एक अपराधी जीवन चुना और इसके परिणामस्वरूप उसे और उसके गैंग को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अब बाकी की चोरी की घटनाओं की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कितने अन्य वाहन चोरी की घटनाएं गैंग से जुड़ी हो सकती हैं।
यह घटना यह भी दर्शाती है कि चोरी और अपराध की प्रवृत्तियाँ न केवल अपराधियों को बल्कि समाज को भी नुकसान पहुंचाती हैं।
गुजरात के वडोदरा में क्राइम ब्रांच ने तीन कार चोरों को धर दबोचा है. इन आरोपियों में एक डॉक्टर भी शामिल है. तीनों के खिलाफ अब तक 140 से अधिक शिकायतें दर्ज की गई हैं. पकड़े जाने तक यह तीनों वड़ोदरा में के पुलिस स्टेशन में वॉन्टेड थे.
सबसे पहले शातिर चोरों के खिलाफ कारेली बाग और रावपुरा पुलिस स्टेशन में कार चोरी की तीन शिकायतें दर्ज की गई थीं. ऐसे में वडोदरा क्राइम ब्रांच इसकी जांच कर रही थी. मामले में पुलिस को जानकारी मिली थी कि एक व्यक्ति इको कार लेकर वड़ोदरा आया है जो कि चोरी की है. पुलिस ने जाल बिछाकर इस व्यक्ति को दबोच लिया था. पकड़े गए आरोपी ने अपना नाम हरेश मानिया बताया.
140 से अधिक कार चोरी की शिकायतें
हरेश से आगे की पूछताछ में मालूम हुआ कि उसके दो साथी भी वड़ोदरा आये हैं. ऐसी जानकारी मिलने पर पुलिस ने अरविन्द मानिया और ताहेर अनवर हुसैन को पकड़ लिया था. पुलिस को पता लगा कि हरेश और अरविन्द दो सगे भाई हैं. वह गाड़िया चुराकर राजकोट भेजते थे. यहां गाड़ियों के सभी स्पेयर पार्ट्स अलग किये जाते और सभी पार्ट्स अलग- अलग बेचे जाते थे. इन तीनों के खिलाफ करीब 140 से अधिक कार चोरी की शिकायत दर्ज हैं.
गिरफ्तार चोरों में से डॉक्टर है एक
हैरानी की बात हरेश के पास Bachelor of Eastern Medicine and Surgery (BEMS) की डिग्री है और वह एक समय अपनी मेडिकल प्रेक्टिस भी करता था. लेकिन उसे कार चोरी की ऐसी लत लग गई कि उसने अपने क्लिनिक में ताला लगा दिया और इसी धंधे में आगे बढ़ गया. फिलहाल पुलिस ने आरोपियों के पास से एक इको और एक ब्रेजा कार जप्त की है. फिलहाल तीनों के रिमांड लेकर कार्रवाई शुरू की है.