joharcg.com हाल ही में, दिव्यांगजनों को उनके जीवन को आसान और स्वतंत्र बनाने के उद्देश्य से मोटराइज्ड ट्राईसिकल और सेंसर छड़ी प्रदान की गई है। यह पहल दिव्यांगजनों के लिए एक महत्वपूर्ण राहत और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है।
मोटराइज्ड ट्राईसिकल:
- विशेषताएँ: मोटराइज्ड ट्राईसिकल दिव्यांगजनों के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया है, जो उन्हें यात्रा और गतिशीलता में सुविधा प्रदान करता है। यह ट्राईसिकल शक्तिशाली मोटर और आरामदायक सीटों के साथ आता है, जिससे दिव्यांगजन आसानी से और स्वतंत्र रूप से यात्रा कर सकते हैं।
- लाभ: इस ट्राईसिकल से दिव्यांगजनों को शारीरिक असमर्थता के बावजूद अधिक स्वतंत्रता और गतिशीलता मिलेगी। यह उनके दैनिक जीवन को सरल बनाने के साथ-साथ उनके आत्म-निर्भरता को भी बढ़ाएगा।
सेंसर छड़ी:
- विशेषताएँ: सेंसर छड़ी तकनीकी रूप से उन्नत उपकरण है जो दिव्यांगजनों की सुरक्षा और स्वायत्तता बढ़ाने के लिए डिज़ाइन की गई है। इसमें लगे सेंसर बाधाओं और खतरों को पहचानने में मदद करते हैं, जिससे उपयोगकर्ता सुरक्षित रूप से चल सकते हैं।
- लाभ: इस छड़ी की सहायता से दिव्यांगजन अपने रास्ते में आने वाली बाधाओं और खतरों को पहचान सकते हैं, जिससे उनकी यात्रा सुरक्षित और सरल होती है। यह छड़ी दृष्टिहीन या कम दृष्टि वाले व्यक्तियों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है।
इस पहल का उद्देश्य दिव्यांगजनों के जीवन को अधिक आत्मनिर्भर और आरामदायक बनाना है। मोटराइज्ड ट्राईसिकल और सेंसर छड़ी जैसे उपकरण उनके जीवन को बेहतर बनाने और उन्हें समाज में सक्रिय भागीदार बनाने में सहायक होंगे। इन उपकरणों की आपूर्ति से दिव्यांगजन न केवल अपने दैनिक कार्यों को आसानी से कर सकेंगे, बल्कि उनके आत्म-सम्मान और आत्मनिर्भरता में भी सुधार होगा।
स्थानीय प्रशासन और संबंधित विभागों ने यह सुनिश्चित किया है कि इन उपकरणों को सही तरीके से वितरित किया जाए और उपयोगकर्ताओं को उनकी पूरी जानकारी और प्रशिक्षण प्रदान किया जाए। यह पहल दिव्यांगजनों की भलाई और समाज में उनकी समग्र भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है।
समाज कल्याण विभाग द्वारा बुधवार को जिले के दिव्यांगजनों को मोटराइज्ड ट्राईसिकल, सेंसर छड़ी एवं व्हील चेयर वितरित किया गया। उपसंचालक समाज कल्याण श्री डीके राय ने बताया है कि अम्बिकापुर विकासखंड के ग्राम रनपुरकला निवासी 80 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले दिव्यांग श्री प्रेमसाय, चठिरमा निवासी श्री तिलोचन दास, लुण्ड्रा विकासखंड के बरडीह निवासी श्री जयप्रकाश को मोटराइज्ड ट्राईसिकल, विकासखंड बतौली के कुनकुरीकला निवासी सकुन्ती एवं गांधीनगर तुर्रापानी निवासी श्री उमेश राम पैंकरा को सेंसर छड़ी प्रदाय किया गया। इसके साथ ही खड़ादोरना के श्री विंधेश्वर पैंकरा को व्हील चेयर दी गई।