Rudri Barrage (Rudri Dam) Dhamtari
Rudri Barrage (Rudri Dam) Dhamtari रुद्री बांध या Rudri pick-up weir छत्तीसगढ़ में महानदी पर स्थित सबसे पुरानी सिचाई परियोजनाओं में से एक है। यह बांध छत्तीसगढ़ राज्य के धमतरी जिला में स्थित है। यह बांध १९१५ ई. से कार्यरत है। १९९३ ई. में रुद्री बांध का स्थान रुद्री बैराज ने ले लिया। इस बांध से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर को पेय जल की आपूर्ति की जाती है।
4 जिलों की जीवनरेखा है 1915 का रुद्री बैराज
देश में ब्रितानी शासनकाल के दौरान रुद्री में महानदी पर बना बैराज और इससे निकली नहर आज प्रदेश के चार जिलों की जीवन रेखा बन गई है। इससे न सिर्फ 6 लाख 55 हजार एकड़ खेतों की फसलों को सिंचाई सुविधा मिल रही है, बल्कि चारों जिलों के कई शहरों और सैकड़ों गांवों के लोगों को पेयजल के साथ निस्तारी की सुविधा भी मिल रही है।
दौ सौ सालों के शासनकाल के दौरान अंचल में अंग्रेजों का इतिहास क्रूरता, ज्यादती और भेदभाव की कई दास्तानों से भरा पड़ा है, लेकिन उन्होंने कुछ अच्छे काम भी किए, जिनमें से एक है सिंचाई सुविधा के लिए रुद्री बैराज का निर्माण। जल संसाधन विभाग के अनुसार 1915 में बना यह बैराज उस समय की तकनीक और स्थापत्य कला का बेजोड़ नमूना है।
हालांकि यहां 2006 में नया बैराज बनाया जा चुका है, जिसकी क्षमता पुराने बैराज से काफी अधिक है, लेकिन पुराने बैराज के पत्थरों से बने सिविल स्ट्रक्चर और गेट आपरेशन की मशीनरी धरोहर के रूप में पूरी तरह सुरक्षित रखी गई हैं, जिन्हें देखने आज भी दूर-दूर से लोग आते हैं।
रुद्री बैराज से फसलों की सिंचाई के लिए 116 किलोमीटर लम्बी महानदी मुख्य नहर बनाई गई है। इस नहर से जगह-जगह वितरक शाखा नहरें निकली हुई हैं, जो आगे छोटी-छोटी सिंचाई नालियों से जुड़ी हुई हैं। नहर-नालियों का यह जाल धमतरी के साथ ही बालोद, रायपुर, बलौदाबाजार जिले तक फैला हुआ है, जिससे खरीफ सीजन में हर साल 6 लाख 55 हजार एकड़ रकबे की सिंचाई होती है। नहर के कारण ही इन जिलों के किसानों के जीवन में खुशहाली आई है और उनका जीवन स्तर भी ऊंचा उठा है। इसके अलावा नहरों से हर साल गर्मी के मौसम में पेयजल व निस्तारी के लिए भी पानी दिया जाता है। इसके अलावा धमतरी व रायपुर शहरवासियों को भी फिल्टर के जरिए यहां का पानी भेजा जाता है।