joharcg.com रायपुर: मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने बुधवार को सिंधु अमर धाम में आयोजित चालिहा उत्सव में शिरकत की। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं और इस धार्मिक आयोजन की महिमा पर प्रकाश डाला।
चालिहा उत्सव एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक अवसर है, जो विशेष रूप से हिन्दू समुदाय द्वारा मनाया जाता है। यह उत्सव विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्व रखता है जो अपने जीवन में किसी विशेष उद्देश्य या संकल्प के लिए 40 दिनों तक तप और साधना करते हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि वे इस अवसर का सदुपयोग करें और समाज के कल्याण के लिए अच्छे कार्य करें।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “धार्मिक आयोजनों का समाज में महत्वपूर्ण स्थान होता है। ऐसे अवसरों पर हमें एकजुट होकर समाज सेवा और आपसी भाईचारे को बढ़ावा देना चाहिए।” उन्होंने सिंधु अमर धाम के प्रबंधकों और श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह स्थान धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों का केन्द्र बन चुका है।
सिंधु अमर धाम में आयोजित इस उत्सव में बड़ी संख्या में श्रद्धालु और समाज के विभिन्न वर्गों के लोग शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने भगवान सिंधु अमर की पूजा-अर्चना भी की और प्रदेशवासियों की खुशहाली और समृद्धि के लिए दुआ मांगी।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर धार्मिक और सामाजिक सशक्तिकरण पर जोर दिया और आशा व्यक्त की कि इस तरह के आयोजन प्रदेश में एकजुटता और शांति को बढ़ावा देंगे।
इस आयोजन के बाद मुख्यमंत्री ने प्रबंधकों से मिलकर मंदिर की संरचना और विभिन्न योजनाओं पर चर्चा की, जिससे इस धार्मिक स्थल को और बेहतर बनाया जा सके।
बिलासपुर, 10 जनवरी 2025/मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय चकरभांठा में पूज्य सिंधु समाज द्वारा आयोजित चालिहा महोत्सव में शामिल हुए। उन्होंने भगवान झूलेलाल की पूजा-अर्चना कर छत्तीसगढ़ राज्य की सुख समृद्धि एवं खुशहाली के लिए आशीर्वाद लिया। पूज्य सिंधु अमरनाथ आश्रम के संत श्री सांई लाल दास साहेब की नमन करते हुए अभिनंदन किया। श्री साय ने कहा कि पूज्य संत लाल दास जी ने जो 40 दिन का उपवास रखा है,उससे प्रदेश में खुशहाली आएगी। तप,पूजा पाठ यही हम सबकी ताकत है।
श्री साय ने कहा कि वरुण अवतार भगवान झूलेलाल जी का अवतरण भी 40 दिन के सामूहिक तप के बाद हुआ साईं लाल दास साहेब उसी परम्परा को आगे बढ़ा रहे है। सिंधी समाज धर्म प्रेमी सेवा भावी समाज है, आप सभी से मिलकर बहुत खुशी हुई। विधायक धरम लाल कौशिक, अमर अग्रवाल सहित श्रद्धालु और गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि सिंधी समाज के लोग शिक्षित, समृद्ध एवं सेवाभावी होते है। अधिकांश समय वे समाज सेवा के काम में लगे रहते हैं। अपने पुरूषार्थ के बल पर वे देश में अच्छा मुकाम हासिल किये हैं। उन्होंने समाज की उत्तरोत्तर प्रगति के लिए कामना की। मुख्यमंत्री ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में कहा कि सिंधी समाज ने देश के विभाजन की विभीषिका को झेला है। अनेक कष्ट उठाए। इसके बावजूद वे हार नहीं माने और अपनी जीवटता एवं आपसी सहयोग की बदौलत तरक्की के रास्ते पर चल पड़े हैं।
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद भी पाकिस्तान में बहुत से सिंधी लोग निवासरत हैं। प्रताड़ना अथवा अन्य किसी कारण से वे भारत आना चाहते हैं, तो भारत सरकार ने सीएए कानून बनाया है। इसका फायदा उठाकर सैकड़ों लोग भारत आ रहेे हैं। विधायक श्री धरमलाल कौशिक ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि महोत्सव में देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं। उनकी सेवा भाव देखने योग्य होती है। इस दौरान आयोजित चिकित्सा शिविर में बड़े-बड़े डॉक्टर आते हैं।
उन्होंने पूज्य सिंधु अमर धाम के सेवा कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि चालीहा महोत्सव का कल समापन है, देश भर से 30 हजार से अधिक श्रद्धालु गण इसमें शामिल होंगे। मुख्यमंत्री जी उसी समापन कार्यक्रम में आए हैं, उनका स्वागत है। गणमान्य नागरिक अमित चिमनानी ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने कहा कि पूज्य संत लाल दास साहेब का तप छत्तीसगढ़ के लोगो के जीवन में खुशहाली लाएगा। इस अवसर पर संभागायुक्त महादेव कावरे, कलेक्टर अवनीश शरण, एसपी रजनेश सिंह, रामू रोहरा सहित बड़ी संख्या में सिंधी समाज के श्रद्धालु एवं गणमान्य नागरिक उत्सव में शामिल हुए।