joharcg.com राजपुर, बलरामपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के राजपुर में “धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान” का शुभारंभ किया। इस राज्य स्तरीय कार्यक्रम के दौरान उन्होंने मंच से कई प्रमुख घोषणाएं कीं, जो जनजातीय विकास और ग्रामीण क्षेत्रों के सशक्तिकरण के लिए अहम मानी जा रही हैं।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा, “यह अभियान हमारे जनजातीय भाई-बहनों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास है।” उन्होंने जनजातीय समुदाय के विकास और उनके अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए कई योजनाओं की घोषणा की, जिनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार के क्षेत्र में नए कदम उठाए जाएंगे।
- शिक्षा और स्वास्थ्य पर जोर:
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि जनजातीय क्षेत्रों में उच्च शिक्षा संस्थानों और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। इसके अंतर्गत ग्रामीण इलाकों में नए स्कूल और कॉलेज खोले जाएंगे, और स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए आधुनिक उपकरण और सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। - रोजगार के नए अवसर:
उन्होंने कहा कि जनजातीय युवाओं के लिए विशेष रोजगार प्रशिक्षण केंद्र खोले जाएंगे, ताकि वे नए कौशल सीखकर स्वरोजगार के अवसर प्राप्त कर सकें। इसके साथ ही कृषि और वन उत्पादों के विकास के लिए भी नई योजनाएं लागू की जाएंगी। - पर्यावरण संरक्षण:
मुख्यमंत्री ने जनजातीय क्षेत्रों में पर्यावरण संरक्षण के महत्व को रेखांकित किया और कहा कि वनों की सुरक्षा और जल संरक्षण के लिए जन जागरूकता कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जनजातीय समाज को स्वावलंबी बनाने के लिए सरकार उनके पारंपरिक ज्ञान और संसाधनों को सहेजने में मदद करेगी।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय समाज का विकास सरकार की प्राथमिकता है और इसके लिए सभी आवश्यक संसाधन जुटाए जाएंगे। उन्होंने धरती आबा के आदर्शों का अनुसरण करने और जनजातीय समाज के उत्थान के लिए समर्पित प्रयास करने का आह्वान किया।
धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान का शुभारंभ और मुख्यमंत्री की घोषणाएं जनजातीय समाज के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हैं। यह अभियान जनजातीय क्षेत्रों के समग्र विकास और उनके अधिकारों की सुरक्षा की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है।