joharcg.com मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने हाल ही में बस्तर जिला अस्पताल में ‘अन्नपूर्णा रसोईघर’ का उद्घाटन किया। इस पहल का उद्देश्य अस्पताल में भर्ती मरीजों और उनके परिवारों को पौष्टिक और मुफ्त भोजन प्रदान करना है। इस रसोईघर की शुरुआत से अस्पताल परिसर में एक महत्वपूर्ण सामाजिक सेवा की नई दिशा मिली है, जो स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ भोजन की गुणवत्ता और उपलब्धता को भी सुनिश्चित करेगी।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा, “स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ मरीजों को उचित पोषण की आवश्यकता होती है। अन्नपूर्णा रसोईघर का उद्देश्य यही है कि अस्पताल में भर्ती मरीजों को हर दिन ताजे और स्वच्छ भोजन की सुविधा मिले, ताकि उनकी सेहत में सुधार हो सके और वे जल्दी ठीक हो सकें।” उन्होंने इस पहल को समाज के कमजोर वर्ग के लिए एक बड़ी राहत बताते हुए कहा कि यह कार्यक्रम हर व्यक्ति को बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
अन्नपूर्णा रसोईघर का संचालन अस्पताल के भीतर ही किया जाएगा, जहां रोजाना विभिन्न प्रकार के nutritious खाद्य पदार्थ उपलब्ध होंगे। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर रसोईघर का दौरा किया और वहां के कर्मचारियों से मुलाकात की। उन्होंने रसोईघर के संचालन में involved सभी कर्मचारियों की सराहना की और उन्हें इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए प्रेरित किया।
इस रसोईघर के माध्यम से अस्पताल में भर्ती मरीजों और उनके परिवारों को न केवल स्वादिष्ट भोजन मिलेगा, बल्कि उनके स्वास्थ्य की देखभाल भी बेहतर तरीके से की जा सकेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहल बस्तर में स्वास्थ्य और सामाजिक सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और इसकी सफलता अन्य जिलों में भी ऐसे ही कार्यक्रमों की शुरुआत के लिए प्रेरणादायक होगी।
इस उद्घाटन के दौरान, मुख्यमंत्री ने अस्पताल के अधिकारियों और स्थानीय नागरिकों से भी अपील की कि वे इस पहल को सफल बनाने में पूरा सहयोग करें और समाज के हर वर्ग तक इस सेवा को पहुँचाने में मदद करें। अन्नपूर्णा रसोईघर की शुरुआत ने अस्पताल के मरीजों और उनके परिवारों के चेहरों पर मुस्कान ला दी है और इसे एक सकारात्मक सामाजिक बदलाव के रूप में देखा जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने अंत में इस कार्यक्रम की सफलता की कामना करते हुए कहा कि सरकार स्वास्थ्य और सामाजिक सेवाओं के क्षेत्र में इसी तरह की अन्य पहल करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि हर नागरिक को जीवन की बुनियादी सुविधाएं सहजता से उपलब्ध हो सकें।